शिमला: भारत सरकार ने ईज ऑफ लिविंग सूचकांक जारी किया है. 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में शिमला पहले और भुवनेश्वर दूसरे नंबर पर है. शिमला शहर में इस रैंकिंग में काफी बड़ी छलांग लगाई है. 2018 में शिमला शहर 111 शहरों में 92 वें स्थान पर था, लेकिन इस बार शिमला शहर पहले स्थान पर आ गया है. शिमला शहर को इस रैंकिंग में 60.90 प्वाइंट मिले हैं. पहले स्थान पर आने पर नगर निगम शिमला ने खुशी जाहिर की है.
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111 शहरों का सर्वेक्षण
मंत्रालय ने फरवरी 2020 में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से 111 शहरों का सर्वेक्षण किया. शहर रहने के कितने लायक हैं इस बात की सर्वे में लोगों से जानकारी ली गई थी. सर्वेक्षण में जहां शहर में मूलभूत सुविधाएं स्वास्थ्य, सड़क, पानी, स्वच्छता इत्यादि को शामिल किया गया था. इसके आधार पर रैंकिंग तय की गई है.
ऑनलाइन और ऑफलाइन हआ सर्वेक्षण
नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि फरवरी 2020 में शहरी विकास मंत्रालय ने शहरों का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण किया था. शहर में लोगों को कितनी मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं, सर्वे में इसका आकलन किया गया और यह सर्वे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से किया गया.
कई बिंदुओं का किया गया आकलन
शहर में किस तरह की स्वास्थ्य सुविधा लोगों को दी जा रही हैं. इसके साथ ही पानी की उपलब्धता और सड़क सुविधा की स्थिति के साथ शहर की आबोहवा, व्यापार सहित कई बिंदुओं का आकलन किया गया था. मंत्रालय ने आज रैंकिंग की सूची जारी की है. इस सूची में शिमला पहले स्थान पर है. यह शिमला शहर के लोगो के लिए बड़े गौरव की बात है, जबकि 2018 में शिमला 111 शहरों में 92वें स्थान पर रहा था.
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