शिमला: हिमाचल प्रदेश में नशे का प्रचलन बढ़ रहा है. नशा तस्कर प्रदेश में बड़े स्तर पर सक्रिय हैं. हिमाचल पुलिस प्रदेश से नशा तस्करों को जड़ से खत्म करने के लिए कई तरह के कैंपेन चला रही है. बीते कुछ समय से राजधानी शिमला में भी नशे संबंधि मामले बढ़ रहे हैं. वहीं, अब प्रदेश पुलिस ने नशा कारोबारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए कमर कस ली है. राजधानी में पिछले 6 महीनों में नशा कारोबारियों पर शिमला पुलिस ने स्ट्रिक्ट एक्शन लिया है. शिमला में पुलिस ने पिछले 6 महीनों में 470 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है.
हिमाचल में नशा कारोबार: प्राप्त जानकारी के अनुसार शिमला पुलिस ने नशा कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई की, जिससे जिले में नशा संबंधी मामलों में कमी आई है. हिमाचल पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2023 की शुरुआत जनवरी से लेकर 30 जून 2023 तक प्रदेश में 1230 केस एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज हैं. पुलिस ने प्रदेश में 8.688 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है और इसके साथ ही 1670 लोगों को गिरफ्तार किया है.
नशा तस्करों पर कार्रवाई: एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया की पिछले 6 महीनों में शिमला पुलिस ने काफी हद तक जिले में नशे के प्रचलन को कम किया है. पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है. शिमला पुलिस ने इस साल 6 महीनों में 470 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है. नशा कारोबारियों के खिलाफ 315 केस शिमला में दर्ज हैं. एसपी शिमला ने बताया कि प्रदेशभर के करीब 25 प्रतिशत नशा तस्करों को शिमला पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.
नशा तस्करों की प्रॉपर्टी सीज: एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया इन नशा तस्करों का सबसे पहला और आसान टारगेट शिक्षण संस्थान हैं. जहां यह आसानी से स्टूडेंट्स को बरगलाकर नशा सामग्री बेच पाते हैं. इसलिए पुलिस ऐसी जगहों पर सख्त रुख अपना रही है. नशा कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस उनकी संपत्ति को सीज कर रही है. जिसके जरिए पुलिस नशा कारोबारियों पर नकेल कसने का काम कर रही है.
(ANI इनपुट)
ये भी पढ़ें: Drugs in Himachal: हिमाचल को खोखला कर रहा नशा, युवाओं में चिट्टे के चलन से बढ़ी चिंता