शिमला: शिमला नगर निगम चुनाव के लिए 4 मई यानी आज मतगणना होगी. शिमला नगर निगम चुनाव के लिए मतदान मंगलवार को संपन्न हो गया है, शहर में 58.97 फीसदी मतदान रहा है. प्रशासन ने मतगणना के लिए छोटा शिमला स्कूल को केंद्र बनाया है, जिसके लिए कर्मचारियों को आज ट्रैनिंग दी जा रही है. इसमें कर्मचारियों को मतगणना के नियम और तौर तरीकों की जानकारी दी जा रही है.
मतगणना पर टिकी सबकी नजरें: मतगणना आज सुबह 10 बजे शुरू होगी और दोपहर तक स्थिति साफ होने की पूरी उम्मीद है. इसके बाद यह पता चल पाएगा कि नगर निगम में कौन सी पार्टी सत्ता में रहेगी और कौन सत्ता से बाहर. कल होने वाली मतगणना पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं. वहीं, दोनों पार्टियां भाजपा-कांग्रेस अपनी अनपी जीत का दावा कर रही हैं.
आज होगी 153 ईवीएम में वोटों की गिनती: शिमला नगर निगम के चुनाव के लिए प्रशासन ने शहर के 34 वार्डों में कुल 153 मतगणना केंद्र बनाए थे. इस तरह 153 ईवीएम में वोटों की काउंटिंग होनी है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि दोपहर परिणाम आ जाएंगे और साफ हो जाएगा कि नगर निगम शिमला पर किस पार्टी का कब्जा होगा. फिलहाल एक ओर जहां कांग्रेस हिमाचल में सत्तासीन नई सरकार के कार्यों के दम पर नगर निगम शिमला में आने का दावा कर रही है तो भाजपा अपने पूर्व नगर निगम शिमला के कार्यों के दम पर सत्ता में फिर से आने की उम्मीद कर रही है.
11 सालों से नगर निगम शिमला से बाहर है कांग्रेस: कांग्रेस नगर निगम शिमला से 11 सालों से बाहर है. लगातार दो चुनावों में कांग्रेस को हाशिए पर रहना पड़ा है. साल 2012 में नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर के दोनों अहम पदों पर माकपा ने बाजी मार ली थी. हालांकि संख्या के बल पर भाजपा को तब 12 सीटें और कांग्रेस को 10 सीटें मिली थीं, इसी तरह 3 सीटें तक माकपा के खाते में गई थी. लेकिन तब प्रत्यक्ष चुनाव में मेयर पद पर माकपा के संजय चौहान और डिप्टी मेयर पद पर टिकेंद्र पंवर जीते थे. इस तरह न तो कांग्रेस और न ही भाजपा को तब सता मिल पाई थी.
2017 में भाजपा ने मारी नगर निगम चुनाव में बाजी: इसके बाद दूसरी बार 2017 में कांग्रेस को सत्ता से वंचित होना पड़ा. तब 34 सीटों में से 17 पर भाजपा विजय रही थी, जबकि चार सीटों पर निर्दलीय और एक सीट पर माकपा ने जीत हासिल की थी. हालांकि तब भाजपा ने दो निर्दलीयों को साथ लेकर नगर निगम पर कब्जा कर लिया था. इस तरह कांग्रेस दो चुनावों से लगातार नगर निगम से बाहर है.
क्या भाजपा कर सत्ता में पाएगी वापसी?: शिमला नगर निगम चुनाव में भाजपा भी अपनी ओर से जीत का दावा कर रही है. हालांकि अबकी बार भाजपा की सरकार प्रदेश में सत्ता में नहीं है, जिसका लाभ भाजपा को नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बिना सरकार के भाजपा फिर से नगर निगम पर कब्जा कर पाती है. वहीं, इन चुनावों में माकपा, निर्दलीय और आम आदमी पार्टी किस तरह से प्रदर्शन करती है, ये देखना भी दिलचस्प रहेगा.
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