शिमला: नगर निगम शिमला गुरुवार को अपना वार्षिक बजट पेश करने जा रहा है. नगर निगम के इस बजट शहरवासियों को काफी उम्मीदें है. शहर में कोरोनाकाल में जहां लोगों को भारी भरकम पानी के बिल और कूड़ा शुल्क थमाया गया है. उससे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद इस बजट से है. साथ ही शहर में पार्किंग की समस्या से निजात मिलने की आस लोग नगर निगम के बजट से लगाए हुए है. लोगों का कहना है कि कोरोना काल में नगर निगम की ओर से कोई भी राहत शिमला के लोगों को नहीं दी गई और न किसी तरह का शुल्क माफ किया गया है.
नगर निगम गुरुवार को पेश करेगा बजट
शिमला निवासी विकेश चेतन और सुरेश का कहना है कि कोरोनाकाल में शहर के लोगों को भरकम पानी के बिल थमा दिए हैं और कूड़ा शुल्क में भी कोई राहत नहीं दी गई है, जबकि कोरोना के चलते कई लोगों का रोजगार तक चला गया है, लेकिन नगर निगम की ओर से कोई राहत शहर की जनता को नहीं दी गई है. अब नगर निगम गुरुवार को अपना बजट पेश करने जा रहा है. ऐसे में नगर निगम पानी के भारी बिलों से राहत और कूड़ा शुल्क माफ करने की घोषणा करे. साथ ही लोगों ने शहर के वार्डों में पार्किंग का निर्माण करने की मांग की. लोगों का कहना है कि कई वार्डों में नाममात्र की पार्किंग है जिससे लोगों को अपने वाहन सड़कों के किनारे खड़े करने पड़ रहे हैं. लोगों ने निगम से इस बजट में अलग से पार्किंग बनाने के लिए बजट रखने की मांग की.
महापौर सत्या कौंडल पेश करेंगी बजट
बता दें नगर निगम शिमला गुरुवार को वर्ष 2021- 22 का अपना बजट पेश करने जा रहा है. नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल बचत भवन में अपना दूसरा बजट पेश करेगी. नगर निगम द्वारा लोगों को राहत देने की कोशिश इस बजट में की जाएगी. हालांकि निगम की ओर से कोई नया कर शहरवासियों पर नहीं लगाया जाएगा. साथ ही शहर में पार्क पार्किंग के अलावा अन्य सौगातें शहरवासियों को देने को लेकर घोषणा की जाएगी.
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