शिमला: 14 अगस्त को राजधानी शिमला के समरहिल शिव बावड़ी में लैंडस्लाइड होने से 10 लोगों की मौत हो गई. हादसे के बाद बीते शाम रेस्क्यू में 8 शव बरामद हुए थे. वहीं, आज फिर से शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में 2 और शव बरामद हुए हैं. इसी के साथ अब तक 10 लोगों के शव बरामद हुए हैं. अभी भी मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका हैं. जैसे-जैसे समय बीत रहा है, मलबे में फंसे लोगों के बचने की उम्मीद कम हो रही है.
गौरतलब है कि 14 अगस्त को सावन के अंतिम सोमवार लोग समरहिल स्थित शिव बावड़ी मंदिर में सुबह पूजा अर्चना करने पहुंचे थे. इस दौरान सुबह 7:15 बजे अचानक लैंडस्लाइड हुआ, जिसमें मंदिर ध्वस्त हो गया. हादसे में मलबे में दबने से 10 लोगों की मौत हो गई. जबकि अभी भी कई लोगों की मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
कल सावन का सोमवार होने के कारण सुबह 6:30 बजे से पूजा अर्चना के लिए मंदिर में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी. मंदिर में पुजारी के अलावा अन्य लोग भी मौजूद थे. स्थानीय लोगों के अनुसार आस पड़ोस के कई बच्चे भी भगवान शिव की पूजा करने के लिए मंदिर गए थे.
गौरतलब है कि सावन के सोमवार में हर बार यहां सुबह से ही लोगों की आवाजाही शुरू हो जाती है. अंदेशा जताया जा रहा है कि जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय भी पुजारी समेत 25 से 30 लोग मंदिर में मौजूद थे. भूस्खलन और पेड़ ढहने से मंदिर समेत आसपास का पूरा इलाका मलबे में दब गया. समरहिल रेल लाइन से धमाके के साथ बहकर आया यह मलबा मंदिर से होता हुआ निचली ओर नाले तक जा पहुंचा. कई लोग मलबे के साथ नीचे नाले तक पहुंच गए थे. नाले से भी कुछ शव बरामद किए गए हैं.
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