शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद से लैंडस्लाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश भर में जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही है. वहीं, आज राजधानी शिमला में भी भट्टाकुफर फल मंडी में पहाड़ी से मलबा और पत्थर आ गिरा. सुबह फल मंडी पर पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरा, जिससे फल मंडी का एक हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. वहीं, इसकी चपेट में एक कार भी आ गई. लोहे का एक एंगल कार पर जा गिरा. गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई.
इस फल मंडी में हर रोज बागवान सेब बेचने भी पहुंते हैं. हालांकि, एपीएमसी द्वारा इस फल मंडी को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है. यहां पर आढ़तियों को नोटिस जारी कर इस सब्जी मंडी को खाली करने के निर्देश दिए गए हैं. बावजूद इसके आढ़ती यहीं पर ही कारोबार कर रहे हैं. ऐसे में यहां पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. इस फल मंडी के ऊपर से पिछले 3 सालों से लगातार लैंडस्लाइड और पत्थर गिर रहे हैं, जिससे फल मंडी का एक हिस्सा पहले ही क्षतिग्रस्त हो गया है.
वही अब दूसरे हिस्से पर भी काफी ज्यादा पत्थर गिरे हैं. खतरे को देखते हुए एपीएमसी ने इस सब्जी मंडी को बंद करने के फैसला लिया है और आढ़तियों को पराला मंडी जाने को कहा है, लेकिन आढ़ती यहां से जाने के लिए तैयार नहीं है.
एपीएमसी सचिव देव राज ने कहा भट्टाकुफर फल मंडी को पहले ही 2022 में असुरक्षित घोषित किया गया है. यहां पहाड़ी से मलबा और पत्थर लगातार गिरते रहते हैं, जिसको देखते हुए आढ़तियों को पराला मंडी जाने का आग्रह किया गया है. उन्होंने कहा यहां पर कभी भी पहाड़ी नीचे आ सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है.
बता दे भट्टाकुफर फल मंडी में ऊपरी शिमला से हर रोज सेब बेचने के लिए बागवान आते है और हर साल करोड़ो का कारोबारों होता है, लेकिन तीन साल पहले यहां पहाड़ी से भारी मलबा सब्जी मंडी पर आ गिरा था और सेब की पेटियों को नुकसान हुआ था. बावजूद इसके यहां पर सेब का कारोबार बंद नही किया जा रहा है.
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