शिमला: शिमला शहर में पानी के बिलों को लेकर आम जनता परेशान है. वहीं, शहर के होटल व्यवसायियों के प्रति शिमला जल प्रबंधन निगम मेहरबानी दिखा रहा है. जल प्रबंधन निगम ने शहर के सभी होटल व्यवसायियों पर मेहबानी करते हुए चार किश्तों में पानी का बिल जमा करने की छूट प्रदान कर दी है.
वहीं, दूसरी तरफ शहरवासियों को अपने पानी के बिलों को लेकर निगम कार्यालय के चक्कर लगाने के बाद भी पानी के बिल नहीं मिल रहे हैं. लोगों को मजबूरन पानी के बिलों के लिए खुद ही निगम कार्यालय में आकर पानी के बिल लेने पड़ रहे हैं और बिल लेने के बाद भी एक महीने के भीतर बिल जमा करने की हिदायत दी जा रही है .
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से पानी वितरण के लिए शिमला जल निगम का गठन किया गया है, तब से शहरवासियों को एक भी बार पानी के बिल नहीं मिल रहे हैं और जो पानी के बिल आ रहे हैं वो बिना किसी मीटर रीडिंग के दिए जा रहे हैं. जल निगम के इस रवैये से शहरवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जल निगम ने व्यवसायिक पेयजल उपभोक्ताओं को बड़ी राहत प्रदान दी है, जिसमें व्यवसायिक उपभोक्ताओं को चार किश्तों में एक-एक महीने के अंतराल के बाद बिल जमा करवाने की सुविधा प्रदान की है. उपभोक्ताओं को 4 चैक कंपनी को देने होंगे. जल निगम किश्तों में पानी के बिल जमा करने पर उपभोक्ताओं से किसी भी तरह का सरचार्ज वसूल नहीं करेगा.
जल निगम एमडी धर्मेन्द्र गिल ने बताया कि शहर के सभी होटल व्यवसायियों के साथ पानी के बिल को लेकर बैठक हुई थी, जिसमें पानी के बिल को जमा करने के लिए राहत प्रदान कि है. अब सभी व्यवसायिक बिलों को किश्तों में जमा किए जा सकते हैं और चार किश्तों में जमा करने पर कोई भी सरचार्ज नहीं वसूला जाएगा. पानी के बिल का डाटा इस महीने के अंत तक ऑनलाइन फीड कर दिया जाएगा, जिसके बाद शहरवासी ऑनलाइन ही पानी के बिल जमा कर पाएंगे.