शिमला: केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के खुला में शौच मुक्त सर्वेक्षण में शिमला शहर को ओडीएफ प्लस प्लस रैंकिंग हासिल करने में फिर से कामयाब रहा है. शिमला ही प्रदेश का एकमात्र ऐसा शहर है जोकि ओडीएफ प्लस प्लस की श्रेणी में जगह बना पाया है. ओडीएफ प्लस का मतलब होता है ओपन डिफेक्शन फ्री सिटी.
जधानी शिमला खुला शौचमुक्त सर्वेक्षण में ओडीएफ प्लस प्लस रैंकिंग हासिल करने में फिर से कामयाब रहा है. शिमला ही प्रदेश का एकमात्र ऐसा शहर है जो कि ओडीएफ प्लस प्लस की श्रेणी में जगह बना पाया है. ओडीएफ प्लस का मतलब होता है ओपन डिफेक्शन फ्री सिटी.
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की टीम ने किया था दौरा
जनवरी महीने में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की टीम ने शहर भर में स्वछता का जायजा लिया था. इस दौरान शहर भर के शौचालयों में मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी ,साबुन और साफ-सफाई की सही सुविधा पाई गई. इसके अलावा टीम ने शहर में सीवरेज कनेक्टिविटी का निरीक्षण भी किया गया था. जिसके बाद अब नगर निगम को केंद्रीय टीम ने ओडीएफ प्लस प्लस का प्रमाण पत्र भी जारी किया है. ऐसे में मार्च में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार नगर निगम को बड़ी उम्मीद जगी है.
नगर निगम आयुक्त ने दी बधाई
शिमला शहर को स्वच्छता में ओडीएफ प्लस प्लस घोषित करने पर नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने निगम के कर्मियों को बधाई दी है. आशीष कोहली कहा कि शिमला शहर में जनवरी महीने में केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय की टीम शिमला में आई थी और शहर में शौचालयों के साथ ही सीवरेज कनेक्टिविटी को लेकर भी निरीक्षण किया गया था. उसी आधार पर शिमला को इस बार भी अच्छा स्थान मिला है.
नगर निगम शिमला की फंडिंग में होगा इजाफा
इससे आने वाले समय में नगर निगम को फंडिंग में भी इजाफा होगा. साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण में भी फायदा होगा. शिमला शहर को खुले में शौच मुक्त 2017 में घोषित कर दिया गया. शहर में ओडीएफ और सार्वजनिक शौचालय की स्थिति ठीक है. सिवरेजको सही तरीके से ट्रीट किया जा रहा है. उसके लिए भी ओडीएफ प्लस प्लस मिलता है और प्रदेश का शिमला शहर ही ऐसा शहर है जोकि ओडीएफ प्लस प्लस में शामिल हुआ है.
स्वच्छता सर्वेक्षण में शिमला को मिलेंगे 500 अंक
बता दें कि किसी भी शहर में यदि लोग खुले में शौच ना करें तो उसे खुला में शौच मुक्त यानी ओडीएफ प्रमाण पत्र मिलता है, लेकिन अगर शहर में सार्वजनिक शौचालय साफ सुथरे हो, सीवरेज कनेक्टिविटी बेहतर हो तो उस शहर को ओडीएफ डबल प्लस माना जाता है. शिमला शहर ही प्रदेश में अभी ओडीएफ प्लस प्लस श्रेणी में शामिल हुआ है. वहीं, आने वाले दिनों में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में भी नगर निगम को ओडीएफ डबल प्लस के 500 अंक भी मिलेंगे.
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