शिमला: शिमला के समरहिल चौक पर भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर छात्र संगठन एसएफआई लंबे समय से मांग उठा रही है. लेकिन नगर निगम द्वारा अभी तक प्रतिमा स्थापित नहीं की गई है. जिसके चलते बुधवार को एसएफआई कार्यकर्ता महापौर के कार्यालय पहुंचे और उनका घेराव (SFI gheraoed the mayor shimla) किया. एसएफआई कार्यकर्ता महापौर के ही ऑफिस में बैठ गए और काफी देर तक उनकी महापौर के साथ बहस बाजी होती रही. बाद में एसएफआई कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में ही नारेबाजी शुरू कर दी. जिसके चलते महापौर को पुलिस बुलानी पड़ी और पुलिस जवान भी मौके पर पहुंचे.
एसएफआई ने नगर निगम से जल्द से जल्द भगत सिंह की प्रतिमा लगाने की मांग उठाई. एसएफआई ने चेतावनी दी की अगर निगम प्रतिमा स्थापित नहीं करता है, तो एसएफआई फंड इकट्ठा करके समरहिल चौक पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित करेगी. एसएफआई कैंपस अध्यक्ष रॉकी ने बताया कि पिछले 7 सालों से समरहिल चौक पर भगत सिंह की प्रतिमा लगाने और चौक का नाम शहीद भगत सिंह पर रखने की मांग की जा रही है. लेकिन नगर निगम इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. जबकि 2015 में नगर निगम ने ही समरहिल चौक पर मूर्ति लगाने की मंजूरी दी थी. लेकिन जब से भाजपा नगर निगम पर शासित हुई है, तब से यहां पर मूर्ति नहीं लगाई जा रही है.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर सहित और शिमला के माल रोड पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाई (Atal Bihari Vajpayee statue Shimla) गई है, लेकिन जिसने देश की आजादी के लिए अपनी कुर्बानी दी उसकी प्रतिमा लगाने के निगम आनाकानी कर रहा है. उन्होंने कहा कि भगत सिंह की मूर्ति लगाने का कार्य केवल फाइलों में ही घूम रहा है.