शिमलाः राजधानी के ऐतिहासिक रिज मैदान पर स्थित राज्य पुस्तकालय का दूसरा भाग में जगह की कमी के चलते इवनिंग कॉलेज के भवन में चलाया जा रहा है. इस पुस्तकालय की स्थिती इतनी खस्ताहाल है कि यहां छात्रों को बैठने तक कि जगह भी नसीब नहीं हो पा रही है.
हालत इतने खराब है कि छात्र किताबों की रैक की बीच में बची हुए जगह पर दरी बिछा कर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. पुस्तकालय में लगाई गई कुर्सियों और टेबल की हालत खराब है. इन पर बैठकर पढ़ाई करने में छात्रों को मुश्किलें आ रही हैं.
छात्र-छात्राएं आंखों में आईएएस,एचएएस बनने के सपने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं, लेकिन छात्रों को बेहतर सुविधाएं देने की बात पर सरकार ने ही अपनी आंखें बंद कर ली हैं. जिस राज्य पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही अन्य परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए छात्र आते है. उस पुस्तकालय में छात्रों को बैठने तक की जगह नहीं है.
पुस्तकालय की स्थिति किसी कबूतरखाने से कम नहीं है बावजूद इसके भी छात्रों का यहां आकर पढ़ना उनकी मजबूरी बन चुका है. तैयारी कर रहे छात्रों ने बताया कि पुस्तकालय में जगह पाने के लिए छात्र पुस्तकालय खुलने से पहले ही लाइन लगा देते हैं, लेकिन बैठने के लिए जगह फिर भी नहीं मिल पाती है. कई बार छात्रों के बीच झगड़े तक की नौबत आ जाती है और पुस्तकालय का माहौल भी खराब होता है.
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हैरानी की बात तो यह है कि पुस्तकालय एक ही खस्ताहाल शौचालय को लड़के और लड़कियां इस्तेमाल करने को मजबूर हैं. इस पुस्तकालय की दशा से मुख्यमंत्री अवगत है. तैयारी कर रहे छात्रों की मांग है कि सरकार विधानसभा के पास 8 माह से बंद पड़े नए पुस्तकालय भवन को जल्द से जल्द खोले.