शिमला: ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय आजीविका मिशन (NRLM) के तहत प्रदेश में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों एवं महिला किसानों को कोरोना संकट में लोगों के बचाव के लिए अपना सहयोग प्रदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
ग्रामीण विकास विभाग के निदेशक एवं राष्ट्रीय आजीविका मिशन के प्रदेश प्रमुख ललित जैन ने बताया कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत प्रदेश में लगभग 50 से अधिक स्वयं सहायता समूह शामिल हैं. इन समूहों के द्वारा लगभग 15000 मास्क हर रोज तैयार किए जा रहे हैं.
ललित जैन ने बताया कि निरंतर बढ़ रही मास्क की मांग को पूरा करने के लिए पूरे प्रदेश में कुल 250 स्वयं सहायता समूह के माध्यम से 2,000 से अधिक महिलाएं इस कार्य को कर रही हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक एक लाख मास्क विभिन्न विभागों एवं अन्य संस्थाओं को दिए जा चुके हैं. साथ ही मास्क बनाने का यह काम युद्ध स्तर पर लगातार जारी है.
ललित जैन ने कहा कि इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में वस्तु विनिमय प्रणाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगभग तीन हजार महिला किसानों को प्रेरित किया जा रहा है. इसके तहत कम से कम भूमि का उपयोग करते हुए किचन गार्डन को विकसित कर गांव में ही आवश्यक सब्जियां उगाई जायेगी.
ललित जैन द्वारा हर रोज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस संदर्भ में युवा व्यवसायियों का उत्साहवर्धन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 11 युवा व्यवसायियों को इन महिला किसानों के मार्गदर्शन की जिम्मेदारी सौंपी गई है और महिला किसानों द्वारा तैयार उत्पाद को बाजार में भेजना भी युवा व्यवसायियों द्वारा ही सुनिश्चित किया जा रहा है, ताकि महिलाओं को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके.
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