शिमलाः लंबे इंतजार के बाद देश में कोरोना वैक्सीन के आपात प्रयोग की मंजूरी मिल गई है. ऐसे में देश के विभिन्न राज्य तैयारियों में जुट गए हैं. इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में भी तमाम तैयारियां हो गई हैं. आईजीएमसी में कोरोना वैक्सीन का दूसरा ड्राई रन किया गया. इसके लिए आईजीएमसी के फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर में व्यापक प्रबंध किए गए थे.
ट्रायल में लगाई गई डमी वैक्सीन
ट्रायल में शामिल लोगों को पहले फोन पर संदेश भेजा गया. उसके बाद जहां वैक्सीन लगाने की व्यवस्था थी, वहां वेरिफिकेशन के बाद वैक्सीनेशन रुम भेजा गया. जांच के बाद डमी व्यक्ति को वैक्सीन लगाई गई.
20 को लगी डमी कोरोना वैक्सीन
आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. रजनीश पठानिया ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन के लिए प्रबंध किए गए हैं. यहां 20 लाभार्थी को कोरोना वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है. वैक्सीनेशन का अभ्यास किया जा रहा है ताकि भविष्य में कोई समस्या पैदा न हो.
आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन के लिए वही जगह चुनी, जहां वैक्सीन आने पर वास्तव में वैक्सीनेशन होगी.
10 से 12 दिनों में शुरू हो सकता है वैक्सिनेशन अभियान
रिपोर्ट के मुताबिक देश में वैक्सिनेशन अभियान आने वाले 10 से 12 दिनों में शुरू हो सकता है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस हफ्ते की शुरुआत में बताया गया था कि कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद वैक्सिनेशन कार्यक्रम 10 दिन के बाद शुरू हो सकता है. वैक्सीन को स्टोर करने के लिए देशभर 37 स्टोर तैयार किए गए हैं. डीसीजीआई ने 3 जनवरी को दो कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशिल्ड के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है.
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