ETV Bharat / state

हिमाचल में स्क्रब टायफस ने पसारे पांव, अब तक 2 की मौत, 207 मामले पॉजिटिव

बरसात के कारण हिमाचल में स्क्रब टायफस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. स्क्रब टायफस से इस साल अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है और 207 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं.

हिमाचल में स्क्रब टायफस ने पसरे पांव
author img

By

Published : Jul 30, 2019, 7:51 PM IST

Updated : Jul 30, 2019, 9:00 PM IST

शिमला: प्रदेश में स्क्रब टायफस ने एक बार फिर अपने पांव पसार दिए हैं. बरसात के कारण हिमाचल में स्क्रब टायफस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. स्क्रब टायफस से इस साल अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है और 207 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अब तक बिलासपुर में 79, चम्बा में 6, हमीरपुर में 38, कांगड़ा में 43, शिमला में 7, सोलन में 2, कुल्लू में 1 किन्नौर और सिरमौर में भी1-1 मामला पॉजिटिव पाया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि स्क्रब टायफस के दौरान मरीजों में तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक, जोड़ों में दर्द, कंपकंपी के साथ बुखार, अकड़न या शरीर का थका हुआ लगना जैसे लक्षण पाए जाने पर सीधे डॉक्टर से संपर्क करें.

विपिन सिंह परमार,स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्क्रब टायफस घास में पाए जाने वाले माइट के काटने से होता है. इसलिए घास वाले स्थान में चलते समय जूते और पूरे कपड़े पहनने चाहिए. जो लोग घास काटते हैं उनको विशेष तौर सावधानी बरतनी चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जहां तक इलाज की बात है तो स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

आपको बता दें कि प्रदेश में स्क्रब टायफस से 2016 में कुल 1175 मामले पॉजिटिव पाए गए थे. जिसमें से 37 लोगों की स्क्रब टायफस से मौत हो गई थी. 2017 में 1484 मामले पॉजिटिव पाए गए जिसमें से 32 लोगों की मौत हो गई थी. 2018 में 1940 मामले पॉजिटिव पाए गए थे. जिसमें से 21 लोगों की इस बीमारी के कारण मौत हो गई थी.
स्क्रब टायफस के लक्षण
तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक
जोड़ों में दर्द, कंपकंपी के साथ बुखार
अकड़न या शरीर का थका हुआ लगना
अधिक संक्रमण, गर्दन, बाजुओं के नीचे गिल्टियां होना

शिमला: प्रदेश में स्क्रब टायफस ने एक बार फिर अपने पांव पसार दिए हैं. बरसात के कारण हिमाचल में स्क्रब टायफस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. स्क्रब टायफस से इस साल अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है और 207 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अब तक बिलासपुर में 79, चम्बा में 6, हमीरपुर में 38, कांगड़ा में 43, शिमला में 7, सोलन में 2, कुल्लू में 1 किन्नौर और सिरमौर में भी1-1 मामला पॉजिटिव पाया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि स्क्रब टायफस के दौरान मरीजों में तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक, जोड़ों में दर्द, कंपकंपी के साथ बुखार, अकड़न या शरीर का थका हुआ लगना जैसे लक्षण पाए जाने पर सीधे डॉक्टर से संपर्क करें.

विपिन सिंह परमार,स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्क्रब टायफस घास में पाए जाने वाले माइट के काटने से होता है. इसलिए घास वाले स्थान में चलते समय जूते और पूरे कपड़े पहनने चाहिए. जो लोग घास काटते हैं उनको विशेष तौर सावधानी बरतनी चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जहां तक इलाज की बात है तो स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

आपको बता दें कि प्रदेश में स्क्रब टायफस से 2016 में कुल 1175 मामले पॉजिटिव पाए गए थे. जिसमें से 37 लोगों की स्क्रब टायफस से मौत हो गई थी. 2017 में 1484 मामले पॉजिटिव पाए गए जिसमें से 32 लोगों की मौत हो गई थी. 2018 में 1940 मामले पॉजिटिव पाए गए थे. जिसमें से 21 लोगों की इस बीमारी के कारण मौत हो गई थी.
स्क्रब टायफस के लक्षण
तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक
जोड़ों में दर्द, कंपकंपी के साथ बुखार
अकड़न या शरीर का थका हुआ लगना
अधिक संक्रमण, गर्दन, बाजुओं के नीचे गिल्टियां होना

Intro:शिमला। प्रदेश में स्क्रब टायफस ने एक बार फिर अपने पांव पसार दिए हैं। मॉनसून के चलते हिमाचल में स्क्रब टायफस के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। इस वर्ष स्क्रब टायफस से अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 207 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अब तक बिलासपुर में 79, चम्बा में 6, हमीरपुर में 38, कांगड़ा में 43, शिमला में 7, सोलन में 2, कुल्लू और किन्नौर और सिरमौर में 1 मामला पॉजिटिव पाया गया है।



Body:प्रदेश में स्क्रब टायफस के कहर की बात करें तो 2016 में कुल 1175 मामले पॉजिटिव पाए गए। इसके अलावा 37 लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई। 2017 में 1484 मामले पॉजिटिव पाए गए जबकि 32 लोगों की जान चली गई। 2018 में 1940 मामले पॉजिटिव पाए गए जबकि 21 लोगों की जान इस बीमारी के कारण चली गई।

स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि स्क्रब टायफस के दौरान मरीजों में तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक, जोड़ों में दर्द, कंपकंपी के साथ बुखार, अकड़न या शरीर का थका हुआ लगना जैसे लक्षण पाए जाने पर सीधे डॉक्टर से संपर्क करें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्क्रब टायफस घास में पाए जाने वाले माइट के काटने से होता है। इसलिए घास वाले स्थान में चलते समय जूते और पूरे कपड़े पहनने चाहिए। खासकर जो लोग घास काटते हैं उनको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जहां तक इलाज की बात है स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।




Conclusion:
Last Updated : Jul 30, 2019, 9:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.