कुल्लू: आनी विकास खंड की ग्राम पंचायत रोपा के बाडा, तिंदर और इसके आसपास के गांवों के लोग आखिरकार सड़क सुविधा से जुड़ गए. 10 से ज्यादा गावों के लोगों का दशकों पुरानी मांग और सपना पूरा हो गया.घर तक सड़क पहुंचने पर लोगों में खुशी का माहौल है. वहीं,इसके लिए उन्होंने सरकार और अधिकारियों का आभार भी माना.
7 किलोमीटर चलना पड़ता था पैदल
जानकारी के मुताबिक सड़क मार्ग न होने के कारण लोगों को करीब सात किलोमीटर पैदल सामान पीठ पर लादकर घर लाना पड़ता था. सेब बहुल क्षेत्र होने के कारण लोगों को सेब की पेटियां सड़क तक पहुंचाने के लिए काफी पैसा खर्च करना पड़ता था. इस क्षेत्र में सेब की करीब 15 हजार पेटियां औसतन निकलती हैं. लोगों को खान-पान की सामग्री और सिलेंडर घर तक पहुंचाने के लिए मजबूरी में अत्याधिक राशि मजदूरों पर खर्च करनी पड़ रही थी. बीमार होने की स्थिती में लोगों को पीठ पर मरीजों को सड़क तक पहुंचाना पड़ता था.
जनसहयोग से बनाया गया
रोठी नाला से बाड़ा सड़क को ग्राम पंचायत रोपा ने विकास में जन सहयोग (वीएमजेएस) निधि के तहत बनाया. राशि स्वीकृत होने के बाद पंचायत ने अहम भूमिका निभाई. प्रधान संजय कुमार शाह ने बताया विधायक किशोरी लाल सागर, एपीएमसी अध्यक्ष (कुल्लू एवं लाहौल- स्पीति) अमर ठाकुर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसके लिए महत्वपूर्ण सहयोग रहा. पंचायत की तरफ से दो सड़कों का निर्माण कार्य वीएमजेएस निधि के तहत किया गया. सड़क मार्ग की लंबाई करीब 4 किलोमीटर. वहीं, मुख्य सड़क से जिला तिंदर फेज 1 सड़क मार्ग की लंबाई करीब सीढ़े तीन किलोमीटर है.
500 लोगों को फायदा
सड़क मार्ग बनने के कारण शलाल, उपरला बाड़ा, निचला बाड़ा, जिला तिंदर, कुई, शा, लामीधार और लधैर आदि गांव के करीब 500 लोगों को फायदा हुआ. सरकार की तरफ से मुख्य सड़क मार्ग से जिला तिंदर फेज 1 सड़क पर 39.70 लाख रुपए, रोठी नाला से बाड़ा सड़क मार्ग पर सरकार की तरफ से करीब 12 लाख रुपए की राशि खर्च की गई. बीडीओ आनी जीसी पाठक ने बताया कि सरकार की प्रतिबद्धता और जन सहयोग से पंचायत ने अपने स्तर पर जो कार्य किया वह अपने आप में अनूठा है.
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