शिमला: ईटीवी की टीम ने शिमला के केएनएच अस्पताल में महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं की जांच की. इस जांच में हमारी टीम ने पाया कि अस्पताल में महिलाओं को कई निशुल्क सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं.
अस्पताल में 15 नर्स के पद रिक्त
राजधानी के कमला नेहरू अस्पताल में इस वक्त 15 नर्स के पद रिक्त चल रहे हैं. कोरोना काल की वजह से इस समय यहां आने वाली महिलाओं की संख्या तो कम है, लेकिन हालात सामान्य होने पर नर्स की कमी से अस्पताल को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. सरकार की ओर से गर्भवती महलाओं के लिए घर द्वार जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. कोई भी गर्भवती महिला अपने नजदीकी पीएचसी में जाकर निशुल्क जांच करवा सकती है.
खाने-पीने के लिए 5 हजार रुपए
गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाने-पीने के लिए 5 हजार रुपए भी दिए जाते हैं. इसके अलावा टेस्ट भी निशुल्क होते हैं. डिलीवरी से लेकर घर पहुंचाने तक का खर्चा सरकार उठाती है. इसके अलावा नवजात को नए कपड़े, बेबी किट, खाद्य सामग्री निशुल्क दी जाती है. केएनएच में हर रोज करीब 25 डिलीवरी होती हैं. इसमें से 7 से 8 सिजेरियन होते हैं. महीने में करीब 600 डिलीवरी होती हैं. पूरे साल में ये आंकड़ा 7 हजार से 8 हजार तक पहुंच जाता है.
आईडी बनाकर की जाती है निशुल्क जांच
पीएचसी छोटा शिमला की मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नीलम पठानिया ने बताया की उनके पीएचसी में 3-4 गर्भवती महिलाएं जांच के लिए आती हैं. इसके अलावा हर महीने की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं की विशेष जांच की जाती है. अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं की आईडी बनाई जाती है, जिसकी सहायता से उन्हें निशुल्क जांच की सुविधा मिलती है.
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