शिमला: प्रदेश में पिछले एक सप्ताह में कोविड मरीजों में कमी आई है. एनएचएम के एमडी निपुण जिंदल ने बताया कि प्रदेश में 10 से 16 मई, 2021 के बीच कोरोना मरीजों में कमी आई है. पहले संक्रमण की दर जहां 28.9 प्रतिशत थी, वह अब पिछले एक सप्ताह में (17 से 23 मई, 2021 के बीच) घटकर 19.5 प्रतिशत रह गई है.
एमडी निपुण जिंदल ने बताया कि पिछले सप्ताह में कोविड के कुल 18,794 मामले सामने आए हैं, जबकि 10 से 16 मई, 2021 के दौरान एक सप्ताह में कोविड के 28,817 पॉजिटिव मामले सामने आए थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक कुल 1,79,034 लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. फरवरी, 2021 में प्रदेश में लगभग 200 सक्रिय मामले थे, लेकिन दूसरी लहर के आने के पश्चात 13 मई 2021 तक कोरोना मरीजों के सक्रिय मामले बढ़कर 40 हजार से अधिक हो गए थे. उन्होंने बताया कि 17 से 23 मई 2021 के बीच में प्रदेश के विभिन्न जिलों में कुल 96,135 कोरोना टेस्ट किए गए जिनमें 18,794 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं और प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 19.5 प्रतिशत दर्ज की गई है.
इन जिलों में इतने मामले
जिला बिलासपुर में 8,329 कोरोना टेस्ट किए गए जिनमें 1,284 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं. जिला चंबा में 8,107 कोरोना टेस्ट किए गए जिनमें 1,068 मामले पॉजिटिव, जिला हमीरपुर में 5,951 टेस्ट किए गए जिनमें 1,424 पॉजिटिव, जिला कांगड़ा में 21,766 टेस्ट किए गए जिनमें 5,498 पॉजिटिव, जिला किन्नौर में 3,511 टेस्ट किए गए जिनमें 295 पॉजिटिव, जिला लाहौल स्पीति में 2,693 टेस्ट किए गए जिनमें 119 पाॅजिटिव, जिला मंडी में 9,785 टेस्ट किए गए जिनमें 2,209 पाॅजिटिव, जिला शिमला में 11,218 टेस्ट किए गए जिनमें 2,155 पाॅजिटिव, जिला सिरमौर में 5,228 टेस्ट किए गए जिनमें 1,517 पाॅजिटिव मामले आए.
जिला सोलन में 6,967 टेस्ट किए गए जिनमें 1,530 पाॅजिटिव और जिला ऊना में 8,562 कोविड टेस्ट किए गए जिनमें 1,133 मामले कोविड पाॅजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से हुई मौतों के मामलों का विभाग द्वारा एक विश्लेषण किया गया है जिसके अनुसार 23 मई 2021 तक हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी से कुल 2,752 लोगों की मृत्यु हुई है जिनमें 1,684 (61.2 प्रतिशत) पुरुष और 1,068 (38.8 प्रतिशत) महिलाएं थीं और मृतकों की औसत आयु 61.9 वर्ष थी. मरने वालों में डायबिटीज के 668 (49.5 प्रतिशत), हायपरटेंशन के 608 (45 प्रतिशत), किडनी बीमारी के 129 (9.5 प्रतिशत), सांस की बीमारी के 95 (7% प्रतिशत) लोग हैं. इसके अलावा मरने वालों में 60-74 साल वाले लोग 87.5 प्रतिशत हैं.
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