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करुणामूलक आश्रितों से मिलने पहुंचे राजन सुशांत, सीएम को बताया अनुभवहीन और दिशाहीन

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर करुणामूलक आश्रित पिछले 47 दिनों से राजधानी शिमला में धरने पर बैठे हैं. मंगलवार को उनसे मिलने के लिए 'हमारी पार्टी हिमाचल पार्टी' के संयोजक डॉ. राजन सुशांत पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर पर निशाना साधा.

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Published : Sep 14, 2021, 4:54 PM IST

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फोटो.

शिमला: पिछले 47 दिन से शिमला में करुणामूलक आश्रित अनशन पर बैठे हैं, लेकिन सरकार की ओर उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है. वहीं, हमारी पार्टी हिमाचल पार्टी के संयोजक डॉ. राजन सुशांत मंगलवार को आश्रितों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर जमकर निशाना साधा और सरकार को 25 सितंबर तक करुणामूलक आश्रितों की मांगों को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है.

राजन सुशांत ने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और उन्हें किसी का दुख-दर्द नजर नहीं आ रहा है. 47 दिनों से करुणामूलक अनशन पर बैठे हैं, लेकिन ये सरकार पूरी तरह से गूंगी बहरी बन कर बैठी है. धरने पर बैठे लोगों की मांगे समय रहते पूरी नहीं की गई तो आम जनता के साथ मिल कर मंत्रियों और विधायकों का घेराव किया जाएगा.

वहीं, राजन सुशांत ने मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे विवेकहीन, अनुभवहीन और दिशाहीन हैं. वे सोच रहे हैं कि पिछले जन्मों का फल मिल रहा है. सीएम बन गए और आनंद ले रहे हैं. उन्हें दूसरों के दर्द का एहसास तक नहीं हो रहा है. फतेहपुर में 167 दिनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री एक बार भी उनसे मिलने तक नहीं आए और न ही मांगों को सुनने की जहमत उठाई है. वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे और आने वाले विधानसभा चुनावों में इस भ्रष्ट सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: विधानसभा के विशेष सत्र में आएंगे 93 पूर्व एवं वर्तमान विधायक, सभी का होगा कोविड टेस्ट

शिमला: पिछले 47 दिन से शिमला में करुणामूलक आश्रित अनशन पर बैठे हैं, लेकिन सरकार की ओर उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है. वहीं, हमारी पार्टी हिमाचल पार्टी के संयोजक डॉ. राजन सुशांत मंगलवार को आश्रितों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर जमकर निशाना साधा और सरकार को 25 सितंबर तक करुणामूलक आश्रितों की मांगों को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है.

राजन सुशांत ने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और उन्हें किसी का दुख-दर्द नजर नहीं आ रहा है. 47 दिनों से करुणामूलक अनशन पर बैठे हैं, लेकिन ये सरकार पूरी तरह से गूंगी बहरी बन कर बैठी है. धरने पर बैठे लोगों की मांगे समय रहते पूरी नहीं की गई तो आम जनता के साथ मिल कर मंत्रियों और विधायकों का घेराव किया जाएगा.

वहीं, राजन सुशांत ने मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे विवेकहीन, अनुभवहीन और दिशाहीन हैं. वे सोच रहे हैं कि पिछले जन्मों का फल मिल रहा है. सीएम बन गए और आनंद ले रहे हैं. उन्हें दूसरों के दर्द का एहसास तक नहीं हो रहा है. फतेहपुर में 167 दिनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री एक बार भी उनसे मिलने तक नहीं आए और न ही मांगों को सुनने की जहमत उठाई है. वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे और आने वाले विधानसभा चुनावों में इस भ्रष्ट सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.

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