ETV Bharat / state

काम में देरी करने वाले ठेकेदारों पर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की सख्ती, सड़कों के निर्माण में देरी पर पांच फीसदी पेनल्टी - Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana

PWD Minister Vikramaditya Singh: हिमाचल प्रदेश में काम में लापरवाही बरतने वाले और लेटलतीफी बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कड़ा रुख अपनाया है. जिस ठेकेदारों ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 2 चरण का काम पूरा नहीं किया है उन्हें तीसरे चरण का टेंडर नहीं मिलेगा.

PWD Minister Vikramaditya Singh
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 7, 2023, 9:24 AM IST

Updated : Nov 7, 2023, 10:32 AM IST

ठेकेदारों पर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की सख्ती

शिमला: राज्य सरकार के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने काम में लेटलतीफी बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्ती की है. मंत्री ने कहा कि जिन ठेकेदारों ने विधायक प्राथमिकता निधि के तहत बनने वाली सड़कों के निर्माण में देरी की है, उन्हें पांच फीसदी पेनल्टी भरनी होगी. यही नहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में उन ठेकेदारों को काम नहीं दिया जाएगा, जिनके पहले के प्रोजेक्ट अधूरे हैं. पीएमजीवाई के दूसरे चरण के तहत अभी 170 सड़कों का काम पूरा नहीं हो पाया है.

PMGSY का तीसरा चरण: पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि काम पूरा न करने वाले ठेकेदारों को डिफॉल्टर्स की लिस्ट में डाला गया है. पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि साल 2005 से 2023 तक पीएमजीएसवाई के दो चरण पूरे हो चुके हैं. इनमें कई सड़कों के निर्माण का कार्य अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि 2600 करोड़ रुपए का तीसरे चरण का प्रोजेक्ट हिमाचल में शुरू होने जा रहा है. इसमें डिफाल्टर हुए ठेकेदारों को काम नहीं दिया जाएगा. मंत्री ने कहा कि डिफॉल्टर्स को पहले पूर्व में दिए गए काम पूरा करना होगा. उसके बाद ही सरकार आगे का फैसला लेगी. उन्होंने बताया कि तीसरे चरण के टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जनवरी महीने से निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा.

30 करोड़ की करोड़ की नई मशीनरी खरीदी: पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विधायक प्राथमिकता योजना के तहत भी 30 सड़कों का काम समय पर पूरा नहीं हो पाया है. ये काम धीमी गति से किया जा रहा है. ऐसे ठेकेदारों को पांच प्रतिशत पेनल्टी लगाई जाएगी. इसके अलावा विभाग की अन्य गतिविधियों का ब्यौरा देते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 30 करोड़ रुपए की राशि से नए मशीनी उपकरण खरीदे हैं. इसमें 264 जेसीबी, पोकलेन व टिप्पर शामिल हैं. विभाग के पास जो वाहन थे वो 15 साल की अवधि पूरी कर चुके थे.

18 वैली ब्रिज के लिए खरीदी जरूरी सामग्री: लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि विभाग ने प्रदेश में 18 वैली ब्रिज को बनाने के लिए जरूरी निर्माण सामग्री भी खरीद ली है. इस समय कहीं भी आपदा आती है तो वैली ब्रिज लगाकर यातायात को सुचारू बनाया जा सकता है. सभी तरह की खरीद सरकारी जेम पोर्टल से की गई है, ताकि कोई आरोप न लग सके. विभाग ने पूरी खरीद प्रक्रिया के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया था. उसके तहत ऑन लाइन बिलिंग, स्टॉक आदि का रिकॉर्ड रखा जा रहा है. दूसरे विभागों के साथ भी इसे जोड़ा जा रहा है.

भाजपा पर साधा निशाना: प्रेस वार्ता में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा पर भी वार किए. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को बताना चाहिए कि वे केंद्र सरकार का किस बात के लिए धन्यवाद करने गए थे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आपदा के समय जो ऐलान किए थे, वे भी पूरे नहीं किए गए. गडकरी ने मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड के लिए 275 करोड़ देने का वादा किया, लेकिन पैसा नहीं मिला. कमांद रोड व चैलचौक रोड के लिए 55 करोड़ की रकम जारी करने की बात कही थी, वो पैसा नहीं आया. सेतुवंदनम योजना में 100 करोड़ रुपए देने को कहा वो भी नहीं आए. एनएच के साथ लगती सड़कों को 50 करोड़ देने का वादा था, ये भी अधूरा है.

ये भी पढ़ें: BJP MLA Hans Raj: पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भड़के बीजेपी विधायक हंस राज, सोच समझ कर बयानबाजी करने की दी नसीहत

ठेकेदारों पर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की सख्ती

शिमला: राज्य सरकार के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने काम में लेटलतीफी बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्ती की है. मंत्री ने कहा कि जिन ठेकेदारों ने विधायक प्राथमिकता निधि के तहत बनने वाली सड़कों के निर्माण में देरी की है, उन्हें पांच फीसदी पेनल्टी भरनी होगी. यही नहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में उन ठेकेदारों को काम नहीं दिया जाएगा, जिनके पहले के प्रोजेक्ट अधूरे हैं. पीएमजीवाई के दूसरे चरण के तहत अभी 170 सड़कों का काम पूरा नहीं हो पाया है.

PMGSY का तीसरा चरण: पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि काम पूरा न करने वाले ठेकेदारों को डिफॉल्टर्स की लिस्ट में डाला गया है. पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि साल 2005 से 2023 तक पीएमजीएसवाई के दो चरण पूरे हो चुके हैं. इनमें कई सड़कों के निर्माण का कार्य अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि 2600 करोड़ रुपए का तीसरे चरण का प्रोजेक्ट हिमाचल में शुरू होने जा रहा है. इसमें डिफाल्टर हुए ठेकेदारों को काम नहीं दिया जाएगा. मंत्री ने कहा कि डिफॉल्टर्स को पहले पूर्व में दिए गए काम पूरा करना होगा. उसके बाद ही सरकार आगे का फैसला लेगी. उन्होंने बताया कि तीसरे चरण के टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जनवरी महीने से निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा.

30 करोड़ की करोड़ की नई मशीनरी खरीदी: पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विधायक प्राथमिकता योजना के तहत भी 30 सड़कों का काम समय पर पूरा नहीं हो पाया है. ये काम धीमी गति से किया जा रहा है. ऐसे ठेकेदारों को पांच प्रतिशत पेनल्टी लगाई जाएगी. इसके अलावा विभाग की अन्य गतिविधियों का ब्यौरा देते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि 30 करोड़ रुपए की राशि से नए मशीनी उपकरण खरीदे हैं. इसमें 264 जेसीबी, पोकलेन व टिप्पर शामिल हैं. विभाग के पास जो वाहन थे वो 15 साल की अवधि पूरी कर चुके थे.

18 वैली ब्रिज के लिए खरीदी जरूरी सामग्री: लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि विभाग ने प्रदेश में 18 वैली ब्रिज को बनाने के लिए जरूरी निर्माण सामग्री भी खरीद ली है. इस समय कहीं भी आपदा आती है तो वैली ब्रिज लगाकर यातायात को सुचारू बनाया जा सकता है. सभी तरह की खरीद सरकारी जेम पोर्टल से की गई है, ताकि कोई आरोप न लग सके. विभाग ने पूरी खरीद प्रक्रिया के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया था. उसके तहत ऑन लाइन बिलिंग, स्टॉक आदि का रिकॉर्ड रखा जा रहा है. दूसरे विभागों के साथ भी इसे जोड़ा जा रहा है.

भाजपा पर साधा निशाना: प्रेस वार्ता में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा पर भी वार किए. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को बताना चाहिए कि वे केंद्र सरकार का किस बात के लिए धन्यवाद करने गए थे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आपदा के समय जो ऐलान किए थे, वे भी पूरे नहीं किए गए. गडकरी ने मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड के लिए 275 करोड़ देने का वादा किया, लेकिन पैसा नहीं मिला. कमांद रोड व चैलचौक रोड के लिए 55 करोड़ की रकम जारी करने की बात कही थी, वो पैसा नहीं आया. सेतुवंदनम योजना में 100 करोड़ रुपए देने को कहा वो भी नहीं आए. एनएच के साथ लगती सड़कों को 50 करोड़ देने का वादा था, ये भी अधूरा है.

ये भी पढ़ें: BJP MLA Hans Raj: पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भड़के बीजेपी विधायक हंस राज, सोच समझ कर बयानबाजी करने की दी नसीहत

Last Updated : Nov 7, 2023, 10:32 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.