ठियोग: कोटखाई गुड़िया कांड के बाद और कोटखाई में पुलिस हिरासत में सूरज की मौत के बाद पुलिस की छवि पर लगे दाग अभी धुले भी नहीं की ठियोग पुलिस का एक अमानवीय चेहरा फिर सामने आया.
सोमवार देर रात को पुलिस चौकी के सामने एक युवक की गाड़ी की डीएसपी ठियोग की खड़ी गाड़ी के साथ टक्कर हो गई. जो थाने के सामने खड़ी थी. बस फिर क्या था पुलिस कर्मचारियों ने युवक की दे दनादन पिटाई कर दी और युवक को इतनी सी गलती पर इस कदर पीटा की वो अधमरा हो गया.
पुलिस की पिटाई के बाद युवक को अस्पताल लाया गया और उसका मेडिकल किया गया. पुलिस ने युवक पर नशे में लापरवाही से गाड़ी चलाने पर मामला दर्ज कर लिया. वहीं, युवक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने युवक को बहुत बुरी तरह से पीटा जिसका पुलिस को कोई अधिकार नहीं है.
थाने के बाहर लोगों की नारेबाजी
इस बात को लेकर मंगलवार को ठियोग में सुबह से ही लोग इकट्ठा होने लग गए और थाने के बाहर लोगों में नारेबाजी शुरू कर दी. लोगों का कहना है कि अगर युवक ने गलती कर भी दी तो पुलिस उस पर जुर्माना लगा सकता था उसे हिरासत में ले सकता, लेकिन उसे मारने का अधिकार पुलिस को किसने दे दिया.
डीएसपी कुलविंदर सिंह खुद मौके पर पहुंचे
लोगों का आरोप है कि खुद पुलिस के जवानों ने नशे में धुत होकर युवक की पिटाई की जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस दौरान भीड़ को समझाने के डीएसपी कुलविंदर सिंह खुद मौके पर पहुंचे, लेकिन लोग टस से मस न हुए.
ठियोग के विधायक राकेश सिंघा भी आंदोलन में शामिल
इस दौरान लोगों के साथ ठियोग के विधायक राकेश सिंघा भी आंदोलन में शामिल हो गए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल दाग दिए. साथ ही घायल युवक को देखने सिविल अस्पताल ठियोग भी गए.
लगभग दो घंटे तक पुलिस और लोगों में आपसी तनाव बढ़ता रहा, लेकिन बाद में डीएसपी ठियोग ने इस मामले को लेकर जांच की बात मानी और ड्यूटी पर तैनात पुलिस के जवानों को लाइन हाजिर होने को कहा साथ पूरे मामले को लेकर सख्ती से निपटने की बात भी मानी.