शिमला: देश के कई राज्यों में नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. इन प्रदर्शनों का हिमाचल के पर्यटन कारोबार पर असर पड़ने लगा है. पर्यटन सीजन में शिमला समेत प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आमद कम हो गई है. वहीं पर्यटन कारोबारियों को अब क्रिसमस और नए साल पर कारोबार कम होने की चिंता सता रही है. बीते पांच दिनों से हो रहे प्रदर्शन के बाद पर्यटकों की आमद काफी कम हो गई है.
शिमला टूअर एंड ट्रैवल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन पॉल ने कहा कि नागरिकता बिल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन का हिमाचल के पर्यटन कारोबार पर भी असर पड़ रहा है. इस समय काफी तादाद में पर्यटक शिमला पहुंचते थे, लेकिन आजकल शिमला में होटलों में 50 फीसदी ही लोग आ रहे हैं.
![CAA bill impacts Himachal tourism](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hp-sml-caaprotestseffectsshimlatourist-avb-720424_21122019162450_2112f_1576925690_718.jpg)
हालांकि 13 दिसंबर को हुई बर्फबारी के बाद शिमला में काफी तादाद में पर्यटक शिमला पहुंच गए थे, लेकिन अब दो दिनों से पर्यटकों का आना काफी कम हो गया है. ऐसे में अगर प्रदर्शन नहीं रुकता है तो क्रिसमस और नए साल पर पर्यटन कारोबार पूरी तरह से चौपट हो जाएगा, जिससे कारोबारियो को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
![CAA bill impacts Himachal tourism](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hp-sml-caaprotestseffectsshimlatourist-avb-720424_21122019162450_2112f_1576925690_600.jpg)
नवीन पॉल ने कहा कि क्रिसमस को लेकर भी बहुत कम पर्यटक पूछताछ कर रहे हैं. हालांकि अभी तक कोई बुकिंग कैंसिल नहीं हुई है, लेकिन हालात नहीं ठीक होते हैं तो पर्यटक बुकिंग कैंसिल भी कर सकते हैं.
वहीं, मौसम विभाग ने राजधानी समेत प्रदेश में आगामी 10 दिनों तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई है. इससे पर्यटकों की वाइट क्रिसमस देखने की उम्मीद भी कम हो गई है. यह भी एक वजह है कि पर्यटक अब राजधानी का रुख कम कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: तहबाजारी यूनियन ने नगर निगम के खिलाफ खोला मोर्चा, वेंडर एक्ट 2014 को लागू करने की मांग