शिमलाः आईजीएमसी में भले ही कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही हो, लेकिन प्रशासन ने इससे निपटने के लिए खास इंतजाम किए हैं. प्रशासन ने मरीजों की संख्या बढ़ने पर अब यह निर्णय लिया है कि कोरोना के मरीजों को प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर में भर्ती किए जाएंगे. कोरोना के मरीजों के लिए आईजीएमसी में प्री-फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर बनाया गया है.
कोरोना मरीजों के लिए है पर्याप्त जगह
आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में इसमें अन्य मरीजों को भर्ती किया गया है, क्योंकि कोरोना के मरीजों में काफी कमी आ गई थी. अब कोरोना के मरीजों में फिर से बढ़ोतरी हो रही है. इसके चलते इसे खाली करवाया जाएगा और इसमें कोरोना मरीजों को भर्ती करवाया जाएगा. आईजीएमसी में कोरोना के मरीजों को रखने के लिए कोई जगह की कमी नहीं है. यहां प्रदेश भर से गंभीर मरीज आते हैं. यह ऐसे मरीज होते हैं, जिन्हें वेंटिलेटर की जरूरत होती है. इसलिए प्रशासन ने हर बैड पर वेंटिलेटर की सुविधा का प्रावधान किया है.
आईजीएमसी में 58 मरीज भर्ती
आईजीएमसी में बीते माह में सिर्फ 5 मरीज कोरोना के भर्ती बचे थे, लेकिन एक माह के अंदर अब आईजीएमसी में 58 मरीज भर्ती हुए हैं. वर्तमान में 63 मरीजों का उपचार चल रहा है. आईजीएमसी प्रशासन कहना है कि मरीज की संख्या बढ़ने के हिसाब से आइसोलेशन की सुविधा को भी बढ़ाया जाएगा. अभी कोरोना के मरीजों को रखने के लिए पूरी सुविधा है. जरूरत पड़ने पर आईजीएमसी के नए भवन में भी बेड लगाए जा सकते हैं.
ये भी पढ़ें: नगर निगम चुनाव में जनता ने बीजेपी को नकारा, 2022 में कांग्रेस बनाएगी सरकार: राठौर