शिमला: दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के बाद सड़क से लेकर सियासी गलियारों तक जैसे कोहराम मचा है. देश की राजधानी दिल्ली से लेकर हिमाचल की राजधानी शिमला तक सियासत गर्माई हुई है.
सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही से पहले कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने JNU में हुई हिंसा को लेकर सीधे-सीधे केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा दिया. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही और अब शिक्षण संस्थानों का माहौल खराब कर रही है.
बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस के प्रदर्शन के जवाब में नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की देश विरोधी सोच और डिवाइड एंड रूल की नीति के कारण देश का माहौल खराब हो रहा है. पठानिया ने JNU हिंसा से लेकर CAA को लेकर मचे कोहराम का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि आज देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक सूत्र में बंध रहा है लेकिन कांग्रेस को ये रास नहीं आ रहा.
धूमल का कांग्रेस पर तंज
हमीरपुर में पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल की अगुवाई में CAA के समर्थन में रैली निकाली गई. धूमल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हट चुकी है, ट्रिपल तलाक खत्म हो चुका है और राम मंदिर बनने का रास्ता भी साफ हो चुका है. ऐसे में कांग्रेस के पास बीजेपी को घेरने के लिए कुछ नहीं बचा है इसलिये कांग्रेस इस तरह के हथकंडे अपना रही है.
धूमल ने CAA लागू ना करने वाली प्रदेश सरकारों से भी दो टूक शब्दों में कहा कि नागरिकता केंद्र सरकार का अधिकार क्षेत्र में आता है और नागरिकता संशोधन विधेयक संसद से पास होकर कानून की शक्ल ले चुका है. इसलिए प्रदेशों में CAA लागू ना होने का कोई सवाल ही नहीं होता.
विधायक इंद्रदत्त का वार
बड़सर से विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने भी केंद्र सरकार पर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर हालात यही रहे तो बीजेपी की बदौलत देश गृह युद्ध की तरफ बढ़ रहा है.