शिमला: पहाड़ों की रानी शिमला जहां की स्वच्छ हवा के लिए लोग बाहर से घूमने आते हैं, लेकिन मौसम के बदले मिजाज के कारण राजधानी की आबो-हवा दूषित हो गई है. बदले मौसम की वजह से ही देवदार के पेड़ों से पोलन गिरना शुरू हो गया है. जिससे वातावरण दूषित हो गया है.
पोलन की वजह से क्षेत्र के कई लोग बीमारियों की जकड़ में आ रहे हैं. लोगों को सांस लेने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शहर में पोलन का गुबार चारों तरफ फैल रहा है. शहर के तकरीबन सभी क्षेत्रों में देवदार के पेड़ हैं जहां इन पेड़ों से पोलन गिर रहा है. पोलन सांस के माध्यम से शरीर मे प्रवेश करता है. बता दें कि पोलन फेफड़ों को भी काफी नुकसान करता है.
बता दें कि बरसात का मौसम खत्म होने के बाद देवदार के पेड़ों से पीले रंग का पाउडर (पोलन) जैसा कण गिरता है और हवा में उड़ता रहता है. अभी दो महीने तक देवदार के पेड़ों से पोलन गिरने का सिलसिला चलता रहेगा. बारिश होने पर ही इसका असर कम होने की संभावना रहती है. पोलन को रोका तो नहीं जा सकता, लेकिन मास्क लगाकर इससे बचाव किया जा सकता है.