रामपुर/शिमला: वैश्विक माहमारी कोरोना काल में जहां बागवानों को अपने फलों को लेकर चिंता सता रही थी, अब राजधानी दिल्ली में बेहतर दाम मिल रहे हैं. दिल्ली में प्रदेश के रसीले प्लम के बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं. जिसको लेकर इस बार प्लम बागवानों ने खुशी जताई है. रामपुर के साथ लगते क्षेत्र दत्नगर व नीरसु से बागवानों ने अपनी प्लम की फसल दिल्ली के लिए भेजी. जहां पर बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं. बागवानों का कहना है कि प्लम सनटारोजा किस्म का दिल्ली के लिए भेजा जा रहा है.
बागवानों ने बताया कि लगभग सात किलो का एक प्लम का डिब्बा सात सौ से एक हजार रुपए में बिक रहा है. वहीं, मध्यम और छोटे डिब्बे के भी अच्छे दाम मिल रहे हैं. बागवानों ने बताया कि इस साल प्लम की फसल कम है, ऐसे में मांग अधिक होने के कारण बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं. बागवानों का कहना है कि इस साल पिछली साल की अपेक्षा अच्छे दाम मिल रहे हैं. बागवानों का कहना है कि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष प्लम की फसल बहुत कम है, लोअर बेल्ट में प्लम की फसल अब अधिकतर समाप्त होने वाली है. बागवानों का कहना है कि नारकंडा की मंडी में दो किलो का डिब्बा 180 रुपए बिक रहा. वहीं, आढ़तियों ने बागवानों के बगीचों से खुले में 30 से 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से लिए जा रहे हैं.
अमूमन प्लम का सीजन जून माह के अंतिम पखवाड़े में पीक पर होता है, मंडियों में आने वाली खेप की तादाद अभी कम है. इस कारण भी बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं. बता दें कि इस साल फल की फसल बहुत कम है, लिहाजा बागवानों को फलों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना चाहिए. इससे मंडियों में बेहतर दाम अर्जित होंगे.
ये भी पढ़ें: कांग्रेस के वायरल लेटर पर हिमाचल में गरमाई सियासत, राठौर ने प्रदेश सरकार को घेरा