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COVID 19: विदेश में रह रहे हिमाचली मदद के लिए आए आगे, जरूरतमंदों के लिए भेजी मदद

विदेशों में रह रहे हिमाचली भी कोरोना वायरस के कारण प्रदेश में लगे कर्फ्यू में गरीब और प्रवासी मजदूरों के लिए आर्थिक मदद भेज रहे हैं. शिमला के सेक्टर -2 और कंगनाधार में सोमवार को इसी राशि से जरूरतमंद लोगों राशन बांटा गया.

funds from abroad to fight corona in himachal
कोरोना के संकट में विदेश में रह रहे हिमाचलियों ने भी की मदद
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Published : Mar 30, 2020, 8:25 PM IST

शिमलाः कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. संकट की इस घड़ी में जहां प्रदेश में रह रहे गरीब और प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाने के लिए धार्मिक व सामाजिक संस्थाएं आगे आई हैं. वहीं, अब विदेशों में रह रहे हिमाचलियों ने भी इस संकट की घड़ी में प्रवासी मजदूरों और गरीबों की सहायता के लिए हाथ बढ़ाया है.

विदेशों में रह रहे हिमाचली जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने रिश्तेदारों को फंड भेज रहे हैं. विदेश में रह रहे एक हिमाचली ने शिमला के कंगना धार में रह रहे अपने रिश्तेदारों के पास जरूरतमंद परिवारों के लिए आर्थिक मदद भेजी. विदेश से भेजे गए फंड से गरीब मजदूरों को न्यू शिमला पुलिस और रिश्तेदारों ने मिलकर राशन सहित अन्य जरूरी सामान बांटा.

सामान वितरित करने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया और एक से डेढ़ मीटर की दूरी में सभी प्रवासी मजदूरों को खड़ा किया गया. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए गोले भी बनाए गए थे और लाइन में ही सभी प्रवासी मजदूरों को यह राशन बांटा गया.

वीडियो.

स्थानीय निवासी शशि भूषण ने बताया कि उनकी बहन आरती कुमारी ने कुवैत जरूरत मंद परिवारों के लिए धनराशि भेजी थी. वहीं, शिमला के सेक्टर-2 में रहने वाली अंजू चंदेल ने बताया कि उनके घर के आसपास यह प्रवासी मजदूर रह रहे हैं. कोरोना के चलते लॉकडाउन की स्थिति है और कर्फ्यू लगाया गया है. ऐसे में इन लोगों को रोजगार छिन गया है. बिना खाने के यह लोग बेहाल हो रहे थे.

ईटीवी भारत के माध्यम से स्थानीय लोगों ने अपील करते हुए कहा कि सभी लोगों से जरूरतमंदों की मदद करें. साथ ही जिन प्रवासी मजदूरों को यह राशन और जरूरत का सामान मिला है, उन्होंने इसके लिए पुलिस प्रशासन व मदद करने वालों का आभार जताया है. उन्होंने सरकार से यह अपील भी की है कि उनके कमरों का किराया माफ करवाया जाए क्योंकि उनके पास काम बंद होने के चलते पैसे नहीं हैं.

पढ़ेंः लापरवाह प्रशासन: सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां, एक ही कमरे में रहने को मजबूर 30 से 40 प्रवासी

शिमलाः कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. संकट की इस घड़ी में जहां प्रदेश में रह रहे गरीब और प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाने के लिए धार्मिक व सामाजिक संस्थाएं आगे आई हैं. वहीं, अब विदेशों में रह रहे हिमाचलियों ने भी इस संकट की घड़ी में प्रवासी मजदूरों और गरीबों की सहायता के लिए हाथ बढ़ाया है.

विदेशों में रह रहे हिमाचली जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने रिश्तेदारों को फंड भेज रहे हैं. विदेश में रह रहे एक हिमाचली ने शिमला के कंगना धार में रह रहे अपने रिश्तेदारों के पास जरूरतमंद परिवारों के लिए आर्थिक मदद भेजी. विदेश से भेजे गए फंड से गरीब मजदूरों को न्यू शिमला पुलिस और रिश्तेदारों ने मिलकर राशन सहित अन्य जरूरी सामान बांटा.

सामान वितरित करने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया और एक से डेढ़ मीटर की दूरी में सभी प्रवासी मजदूरों को खड़ा किया गया. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए गोले भी बनाए गए थे और लाइन में ही सभी प्रवासी मजदूरों को यह राशन बांटा गया.

वीडियो.

स्थानीय निवासी शशि भूषण ने बताया कि उनकी बहन आरती कुमारी ने कुवैत जरूरत मंद परिवारों के लिए धनराशि भेजी थी. वहीं, शिमला के सेक्टर-2 में रहने वाली अंजू चंदेल ने बताया कि उनके घर के आसपास यह प्रवासी मजदूर रह रहे हैं. कोरोना के चलते लॉकडाउन की स्थिति है और कर्फ्यू लगाया गया है. ऐसे में इन लोगों को रोजगार छिन गया है. बिना खाने के यह लोग बेहाल हो रहे थे.

ईटीवी भारत के माध्यम से स्थानीय लोगों ने अपील करते हुए कहा कि सभी लोगों से जरूरतमंदों की मदद करें. साथ ही जिन प्रवासी मजदूरों को यह राशन और जरूरत का सामान मिला है, उन्होंने इसके लिए पुलिस प्रशासन व मदद करने वालों का आभार जताया है. उन्होंने सरकार से यह अपील भी की है कि उनके कमरों का किराया माफ करवाया जाए क्योंकि उनके पास काम बंद होने के चलते पैसे नहीं हैं.

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