शिमला: संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने के बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. इसकी एक वजह संभावित 'वन नेशन, वन इलेक्शन बिल' को भी माना जा रहा है. वहीं, इसके खिलाफ विरोधी स्वर भी उठने लग गए हैं. हिमाचल कांग्रेस भी इसके विरोध में उतर आई है. प्रदेश सरकार में पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इसे भाजपा की बौखलाहट करार दिया है. उन्होंने कहा कि देश में एक चुनाव करवाना संभव नहीं है.
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पूरे देश में एक साथ चुनाव करवाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था करना मुश्किल है. केंद्र सरकार द्वारा देश की जनता पर बोझ डालने की मंशा से इस तरह की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है. देश के कई राज्यों में चुनाव हो चुके हैं. कई राज्य ऐसे हैं जहां अभी 6 महीने भी चुनाव को हुए नहीं हुए हैं. ऐसे में दोबारा से चुनाव करवाना बोझ डालना होगा.
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि राज्यों में मिल रही हार को देखते हुए केंद्र की सरकार बौखला गई है. हिमाचल और कर्नाटक में पहले ही उन्हें भाजपा को हार मिल चुकी है. राजस्थान, छत्तीसगढ़, और मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस जीतने जा रही है. ऐसे में अब केंद्र की मोदी सरकार लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है. देश में एक चुनाव करवाने का प्रयास किया जा रहा है, जोकि सही नहीं है. कांग्रेस इसका विरोध करेगी.
बता दें कि केंद्र सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाया है. यह सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा. बताया जा रहा है कि इस सत्र में पांच बैठकें होंगी. संसद के इस विशेष सत्र में मोदी सरकार 'एक देश-एक चुनाव' पर बिल लेकर आ सकती है. एक देश एक चुनाव का सीधा सा मतलब है कि देश में होने वाले सारे चुनाव एक साथ करा लिए जाएं.
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