ETV Bharat / state

पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह बोले- जिला परिषद कैडर के अधिकारी और कर्मचारी वापस लें हड़ताल नहीं तो... - शिमला लेटेस्ट न्यूज

पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कर्मचारियों से हड़ताल वापस लेने को कहा है. पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पंचायतों में कामकाज प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि अगर हड़ताल वापस नहीं ली तो... पढ़ें पूरी खबर... (Himachal Zilla Parishad Cadre)

Panchayati Raj Minister Anirudh Singh
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 4, 2023, 7:17 PM IST

पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह

शिमला: हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद कैडर के अधिकारी और कर्मचारी अपनी मांगों लेकर हड़ताल पर हैं. बीते मंगलवार को सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया था, इससे प्रदेश की पंचायतों में कामकाज प्रभावित हो रहा है. इस बीच पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कर्मचारियों से हड़ताल वापस लेने को कहा है. उन्होंने कहा कि अगर कर्मचारी ऐसा नहीं करते तो सरकार कड़े कदम उठाएगी. पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इस आपदा की घड़ी में जिला परिषद काडर से हड़ताल समाप्त करने की अपील करते हुए कहा है कि वह सरकार को कठोर कदम उठाने पर मजबूर न करें.

ये भी पढ़ें- उड़ान योजना के तहत Chandigarh के लिए हवाई सेवा शुरू करने की उठी मांग, कारोबारी बोले- कुल्लू से अमृतसर के साथ जोड़ा जाए चंडीगढ़

अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि सरकार जानती है कि जिला परिषद कैडर कर्मचारी व अधिकारी का पंचायती राज में विलय व वेतन का मुद्दा है, जिसको लेकर पिछले कल एक बैठक भी की गई. उन्होंने कहा कि विभाग अगले 15 दिनों के भीतर उनके साथ एक बार फिर बैठक करेगा जिससे इनका मुद्दा हल हो सके. उन्होंने कहा कि सरकार उनके मुद्दे के प्रति गंभीर है. मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह मामला है और जल्द ही इसके लिए कैबिनेट सब कमेटी का गठन भी किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- Mukesh Agnihotri on Khalistan slogan: धर्मशाला में खालिस्तान समर्थन में नारे लिखे जाने पर भड़के मुकेश अग्निहोत्री, बोले- ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं

मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि विभाग में उनके विलय के मामले का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है. इस मामले में काफी कानूनी औपचारिकताएं हैं, इसलिए इस मामले में देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि विभाग में नो वर्क नो पे पहले से लागू है. वहीं कुछ कर्मी कॉन्ट्रैक्ट पर भी है. इसलिए हड़ताली कर्मियों से अपील है कि वे हड़ताल खत्म कर दें. इस आपदा की घड़ी में जो भी कार्य होने है, वह पंचायतों के माध्यम से होने है. इसलिए हड़ताल छोड़कर कार्य पर वापिस आ जाएं, अगर उनका इसी तरह अड़ियल रवैया रहा तो सरकार को मजबूरन कठोर कदम उठाने पड़ेंगे.

पंचायती राज मंत्री ने आपदा से क्षतिग्रस्त घरों को लेकर कहा कि वह स्वयं 12 अगस्त को दिल्ली गए थे और केंद्र को आपदा से उस समय 6500 क्षतिग्रस्त घरों की स्थिति से अवगत करवाया था. केंद्र ने 6551 घर की ग्रांट मंजूर कर दी थी, जिसमें से 4234 घर आवंटित कर दिए गए थे और 18लोग पात्र नहीं थे. वहीं कुछ ने इसे लेने से मना किया और कुछ लोग अपात्र थे. इसके बाद अब जो स्थिति है उसके मुताबिक 9500 घरों की ग्रांट मिलनी है और उम्मीद है कि जल्द ही वह ग्रांट केंद्र से आ जायेगी.

ये भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश के दुकानदार रहें सावधान, कुछ इस तरह से हो रही ठगी, हमीरपुर में 28,800 का लगा चूना

पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह

शिमला: हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद कैडर के अधिकारी और कर्मचारी अपनी मांगों लेकर हड़ताल पर हैं. बीते मंगलवार को सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया था, इससे प्रदेश की पंचायतों में कामकाज प्रभावित हो रहा है. इस बीच पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कर्मचारियों से हड़ताल वापस लेने को कहा है. उन्होंने कहा कि अगर कर्मचारी ऐसा नहीं करते तो सरकार कड़े कदम उठाएगी. पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इस आपदा की घड़ी में जिला परिषद काडर से हड़ताल समाप्त करने की अपील करते हुए कहा है कि वह सरकार को कठोर कदम उठाने पर मजबूर न करें.

ये भी पढ़ें- उड़ान योजना के तहत Chandigarh के लिए हवाई सेवा शुरू करने की उठी मांग, कारोबारी बोले- कुल्लू से अमृतसर के साथ जोड़ा जाए चंडीगढ़

अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि सरकार जानती है कि जिला परिषद कैडर कर्मचारी व अधिकारी का पंचायती राज में विलय व वेतन का मुद्दा है, जिसको लेकर पिछले कल एक बैठक भी की गई. उन्होंने कहा कि विभाग अगले 15 दिनों के भीतर उनके साथ एक बार फिर बैठक करेगा जिससे इनका मुद्दा हल हो सके. उन्होंने कहा कि सरकार उनके मुद्दे के प्रति गंभीर है. मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह मामला है और जल्द ही इसके लिए कैबिनेट सब कमेटी का गठन भी किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- Mukesh Agnihotri on Khalistan slogan: धर्मशाला में खालिस्तान समर्थन में नारे लिखे जाने पर भड़के मुकेश अग्निहोत्री, बोले- ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं

मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि विभाग में उनके विलय के मामले का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है. इस मामले में काफी कानूनी औपचारिकताएं हैं, इसलिए इस मामले में देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि विभाग में नो वर्क नो पे पहले से लागू है. वहीं कुछ कर्मी कॉन्ट्रैक्ट पर भी है. इसलिए हड़ताली कर्मियों से अपील है कि वे हड़ताल खत्म कर दें. इस आपदा की घड़ी में जो भी कार्य होने है, वह पंचायतों के माध्यम से होने है. इसलिए हड़ताल छोड़कर कार्य पर वापिस आ जाएं, अगर उनका इसी तरह अड़ियल रवैया रहा तो सरकार को मजबूरन कठोर कदम उठाने पड़ेंगे.

पंचायती राज मंत्री ने आपदा से क्षतिग्रस्त घरों को लेकर कहा कि वह स्वयं 12 अगस्त को दिल्ली गए थे और केंद्र को आपदा से उस समय 6500 क्षतिग्रस्त घरों की स्थिति से अवगत करवाया था. केंद्र ने 6551 घर की ग्रांट मंजूर कर दी थी, जिसमें से 4234 घर आवंटित कर दिए गए थे और 18लोग पात्र नहीं थे. वहीं कुछ ने इसे लेने से मना किया और कुछ लोग अपात्र थे. इसके बाद अब जो स्थिति है उसके मुताबिक 9500 घरों की ग्रांट मिलनी है और उम्मीद है कि जल्द ही वह ग्रांट केंद्र से आ जायेगी.

ये भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश के दुकानदार रहें सावधान, कुछ इस तरह से हो रही ठगी, हमीरपुर में 28,800 का लगा चूना

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.