शिमला: कोरोना महामारी की वजह से हिमाचल प्रदेश में समर सीजन बुरी तरह से पिट चुका है. समर सीजन में एक भी पर्यटक प्रदेश में घूमने के लिए नहीं आ पाया है और ऐसे में होटलियर्स को एक रुपये की भी आमदनी नहीं हुई है.
कोरोना वायरस के चलते हिमाचल की सीमाए पर्यटकों के लिए सील हैं. कोरोना के कारण पर्यटकों को प्रदेश में प्रवेश की अनुमति नहीं है. ऐसे में शिमला सहित प्रदेश के सभी होटल खाली चल रहे हैं. पर्यटकों के ना आने से होटल मालिकों को भारी घाटा सहना पड़ रहा है.
भले ही हिमाचल में पर्यटक नहीं आ रहे हैं, लेकिन इस संकट के समय में भी एचपीटीडीसी (हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ) ने आमदनी का जरिया ढूंढ निकाला है. एचपीडीटीसी ने अपने होटलों में शुल्क के साथ बाहर से आए लोगों को क्वारंटाइन होने की सुविधा दी है.
कॉरपोरेशन के होटल का इस्तेमाल इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन के साथ ही पेड क्वारंटाइन के लिए किया जा रहा है. ऐसे में जो लोग सरकार की ओर से बनाए गए इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन में नहीं रहना चाहते हैं. वह पैसे देकर एचपीटीडीसी के होटलों में बेहतर सुविधाओं के बीच खुद को क्वारंटाइन कर रहे हैं.
यह एक जरिया है जो कोविड-19 के संकट के बीच में भी एचपीटीडीसी ने आमदनी के लिए निकाला है. सरकार के निर्देशों के तहत ही अपनी प्रॉपर्टीज में लोगों को क्वारंटाइन के लिए रखा जा रहा है.
हिमाचल प्रदेश में एचपीटीडीसी के 33 होटलों में यह सुविधा लोगों को दी जा रही है. तय रेट के मुताबिक बाहर से आए लोग एचपीटीडीसी के होटल में क्वारंटाइन अवधि को पूरा कर सकते हैं. इन होटलों में स्टाफ की ओर से सभी सुविधाएं क्वारंटाइन हुए लोगों को दी जा रही हैं.
एचपीटीडीसी की एमडी कुमुद सिंह ने बताया कि प्रदेश में समर सीजन में सबसे ज्यादा संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. इस सीजन में निजी होटलियर्स के साथ ही एचपीटीडीसी को भी सबसे ज्यादा आमदनी पर्यटकों के आने से होती थी.
होटल पूरी तरह से फुल रहते थे, लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से प्रदेश में पर्यटन सीजन खाली गया है. सभी तरह की कॉरपोरेट गतिविधियां पूरी तरह से बंद हैं, लेकिन सरकार के निर्देशों के तहत एचपीटीडीसी के होटल्स को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन के साथ ही पेड क्वारंटाइन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
स्टाफ को भी कोविड-19 के संकट के समय में किस तरह से अपनी सर्विस देनी है, उसके लिए स्पेशल ट्रेनिंग करवाई गई है. वहीं, सभी सुविधाएं भी स्टाफ को मुहैया करवाई गई हैं. मास्क, फेस शील्ड ओर ग्लब्ज पहनकर ही क्वारंटाइन होने वाले लोगों को अपनी सर्विस दे रहे हैं.
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