शिमला: हिमाचल विधानसभा में इस बार सिर्फ एक ही महिला विधायक नजर आएंगी. पच्छाद से भाजपा प्रत्याशी रीना कश्यप दूसरी बार चुनाव जीती हैं. इस बार कांग्रेस की बड़ी नेता आशा कुमारी चुनाव हार गई. कांग्रेस की ही टिकट पर दयाल प्यारी हारी हैं. उन्हें रीना कश्यप ने ही परास्त किया है. इसी तरह भाजपा की रीता धीमान इंदौरा सीट से हार गई. बड़सर से भाजपा प्रत्याशी माया शर्मा को भी पराजय का मुंह देखना पड़ा है.(Only one woman won in Himachal assembly 2022 )
चंपा ठाकुर मंडी सदर से फिर चुनाव हार गई: दिग्गज कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर मंडी सदर से फिर चुनाव हार गई. भाजपा की शशि बाला को भी रोहड़ू से दूसरी बार शिकस्त का सामना करना पड़ा है. भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रही सरवीण चौधरी को हार मिली है. इससे पूर्व भोरंज से कमलेश कुमारी विधायक थी, लेकिन इस बार टिकट हासिल नहीं कर पाई. ऐसा ही कुछ चंबा में हुआ. वहां पहले इंदिरा कपूर को टिकट भाजपा की तरफ से मिला. बाद में टिकट बदला और नीलम नैयर को प्रत्याशी बनाया गया, लेकिन वे भी चुनाव हार गई.
रीना कश्यप का चेहरा ही महिला प्रतिनिधि के नाते विपक्ष में होगा: अब चुनाव परिणाम आने के बाद बेशक कांग्रेस की तरफ से प्रतिभा सिंह को सीएम बनाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं, लेकिन चुनाव मैदान में उतरी महिला प्रत्याशियों में से केवल एक को ही सफलता मिली है.वर्ष 2017 में हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से आशा कुमारी विधायक थीं. इस बार कांग्रेस के पास एक भी महिला विधायक की आवाज सदन में नहीं होगी. वर्ष 2017 में भाजपा यानी सत्ताधारी दल के बैंचिज पर सरवीण चौधरी, कमलेश कुमारी, रीता धीमान व रीना कश्यप नजर आती थीं. इस बार सिर्फ रीना कश्यप का चेहरा ही महिला प्रतिनिधि के नाते विपक्ष में होगा.
38 महिला विधायक ही चुनी गई: आंकड़ों पर गौर किया जाए तो अभी तक 38 महिला विधायक ही चुनी गई हैं. इनमें से भी विद्या स्टोक्स, आशा कुमारी, सरवीण चौधरी को अधिक अवसर मिला है. वर्ष 1972 में हिमाचल विधानसभा में पदमा, सरला शर्मा, चंद्रेश कुमारी, लता ठाकुर और फिर बाद में उपचुनाव में जीत हासिल कर विद्या स्टोक्स विधानसभा पहुंची थीं. हिमाचल में अब तक छह महिला विधायक मंत्री रह चुकी हैं. इनमें विद्या स्टोक्स, आशा कुमारी, विप्लव ठाकुर, चंद्रेश कुमारी, सरला शर्मा कांग्रेस की तरफ से जीत कर तत्कालीन सरकारों में मंत्री रहीं. वहीं, भाजपा में ये मौका सरवीण चौधरी को मिला है. (Assembly Election Results 2022)
इंदु गोस्वामी हिमाचल से राज्यसभा में: हिमाचल से लोकसभा में राजकुमारी अमृत कौर, चंद्रेश कुमारी व प्रतिभा सिंह ने प्रतिनिधित्व किया है. इसके अलावा राज्यसभा में वर्तमान में इंदु गोस्वामी हिमाचल से राज्यसभा में हैं. इससे पहले बिमला कश्यप सूद व विप्लव ठाकुर रहीं. हिमाचल से राज्यसभा में जाने वाली महिला राजनेताओं में लीला देवी के अलावा सत्यावती डांग, मोहिंद्र कौर, उषा मल्होत्रा, चंद्रेश कुमारी, विपल्व ठाकुर, बिमला कश्यप सूद व इंदू गोस्वामी का नाम शामिल है.
वर्ष 1977 में हिमाचल विधानसभा के लिए केवल एक महिला चुनाव में विजयी रही. फिर वर्ष 1982 व 1985 में तीन-तीन महिला प्रत्याशी विजयी रही. वर्ष 1990 के चुनाव में 4, 1993 में 3, 1998 में 6, वर्ष 2003 में 4, वर्ष 2007 में 5, वर्ष 2012 में 3, वर्ष 2017 में पांच महिला विधायक सदन में आई. कांग्रेस की बात करें तो विद्या स्टोक्स यहां काफी प्रभावी महिला नेता रही हैं. वे वीरभद्र सिंह सरकार में नंबर दो की पावरफुल कैबिनेट मंत्री रही हैं. विद्या स्टोक्स ने आठ बार विधानसभा चुनाव जीता. पिछले चुनाव में यानी वर्ष 2017 में उन्हें टिकट नहीं मिल पाया और 47 साल के सुदीर्घ राजनीतिक जीवन के बाद वे सियासत से विदा हो गई. पिछली बार कांग्रेस से केवल एक ही महिला नेत्री चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची.
सबसे अधिक चुनाव जीतने का रिकॉर्ड विद्या स्टोक्स के नाम: इतिहास की बात करें तो हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक चुनाव जीतने का रिकॉर्ड विद्या स्टोक्स के नाम ही है. विद्या स्टोक्स ने आठ चुनाव जीते और कई बार मंत्री रहीं. आशा कुमारी ने पहला चुनाव 1985 में जीता था. फिर 1990 में हार के बाद वे 1993 में फिर से चुनाव में विजयी हुई. वे शिक्षा मंत्री भी बनीं. वे छह बार चुनाव जीत चुकी हैं. हिमाचल विधानसभा में विद्या स्टोक्स, आशा कुमारी, विप्लव ठाकुर, श्यामा शर्मा, अनिता वर्मा, सरवीण चौधरी व उर्मिल ठाकुर ने एक से अधिक बार चुनाव जीता है. दून विधानसभा से विनोद चंदेल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर एक बार विधायक बनी हैं. इसी तरह रेणु चड्ढा का भी नाम एक बार विधायक बनने वाली महिला नेत्रियों में शामिल रहा है.