शिमला: राजधानी शिमला में कोरोना के मामले (Cases of Corona लगातार कम हो रहे हैं. अब शिमला में एक्टिव मामलों का ग्राफ भी काफी कम रह गया है. जहां दो महीने पहले एक्टिव मामले पांच सौ से ज्यादा थे वहीं, अब यह आंकड़ा गिर कर केवल 267 रह चुका है.
रोजाना अब जगह-जगह से इक्का दुका मामले ही सामने आ रहे हैं. गौर रहे कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में भी अब कोरोना मरीजों की संख्या केवल 45 रह चुकी है, जिनका इलाज दिया जा रहा है.
वहीं, कुछ समय पहले आईजीएमसी में कोरोना के भर्ती मरीजों की संख्या 300 से ज्यादा थी. जो कि न्यू ओपीडी ब्लॉक, ई ब्लॉक सहित मेक शिफ्ट अस्पताल में भी भर्ती किए गए थे. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए न्यू ओपीडी ब्लॉक में आठवें फ्लोर को कोरोना मरीजों के लिए रखा गया था.
न्यू ओपीडी ब्लॉक भी खाली
हालांकि अब मामले काफी कम हो चुके हैं, जिसके चलते न्यू ओपीडी ब्लॉक भी खाली हो चुका है. इसके साथ ही मेकशिफ्ट अस्पताल में भी कोई कोरोना मरीज नहीं भर्ती किया गया है. अब अस्पताल में कोरोना मरीजों को केवल ई-ब्लॉक में ही रखा गया है.
अस्पताल में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी सभी इंतजाम पूरे कर लिए हैं. जिससे कि यदि आगामी समय में मामलों में बढ़ोतरी होती है तो किसी प्रकार की कोई परेशानी मरीजों को न झेलनी पड़े.
ऐसे में आईजीएमसी अस्पताल (IGMC Hospital) में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी. अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन (Liquid Oxygen) सिलेंडर के साथ ऑक्सीजन के लिए प्लांट स्थापित किए गए हैं. जिससे कि अन्य अस्पतालों के लिए भी ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है.
जगह-जगह हो रही कोविड टेस्टिंग
कोरोना के मामलों में दोबारा बढ़ोतरी न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा जगह-जगह कोविड वैन के द्वारा लक्षण वाले लोगों की टेस्टिंग भी की जा रही है. आईजीएमसी ऑफिसर स्टोर इंचार्ज डॉक्टर राहुल गुप्ता ने बताया कि मामलों में कमी देखी जा रही है. लोगों को अभी भी एहतियात बरतनी चाहिए, जिससे कि संक्रमण दोबारा न फैले.
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