शिमला: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांसड स्टडी के बारे में जानने के लिए पर्यटकों को गाइड की जरूरत नहीं पड़ेगी. पर्यटक अपने फोन का इस्तेमाल कर ही इस ऐतिहासिक स्थल से जुड़ी सभी जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे. इसके लिए संस्थान प्रबंधन जगह-जगह क्यूआर कोड पट्टिकाएं लगा दी है.
क्यूआर कोड को अपने फोन में स्कैन कर पर्यटकों को इस जगह के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध होगी. इस जानकारी को प्राप्त कर पर्यटक बिना गाइड के भी एडवांसड स्टडी में आसानी से घूम सकेंगे और इसकी खास बातों और इतिहास को जान पाएंगे. इसके लिए एडवांसड स्टडी ने गो व्हाट्स देट एनएफसी और क्यूआर कोड बेस्ड इन फोन गाइड को लॉन्च किया है. यह सुविधा संस्थान की ओर से ही यहां आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए शुरू की गई है.
अब बिना गाइड के मिल पाएगी पूरी जानकारी
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी को राष्ट्रपति निवास के नाम से भी जाना जाता है और इस ऐतिहासिक स्थल को देखने के लिए साल भर में लाखों पर्यटक यहां आते हैं. पर्यटक इस जगह को बाहर से घूमते हैं और संस्थान के अंदर जाकर यहां के इतिहास के बारे ने जानने के लिए भी उत्सुक रहते हैं. अभी तक जो भी पर्यटक यहां घूमने आते हैं, उन्हें गाइड के माध्यम से ही इस ऐतिहासिक और विश्व प्रसिद्ध स्थल के बारे में जानकारी मिल पाती है, जो गाइड पर्यटकों को बताते हैं उतनी ही जानकारी पर्यटकों को मिल पाती है, लेकिन अब यहां क्यूआर कोड की सुविधा मिलने से पर्यटक बिना गाइड के भी एडवांस्ड स्टडी के अलग-अलग स्थानों को लेकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
अपने फोन के क्यूआर कोड स्कैनर से संस्थान में लगे क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद यह जानकारी फोन पर उपलब्ध होगी और इसके साथ ही पर्यटक 'गो व्हाट्स दैट' एप्लीकेशन को भी फोन में डाऊनलोड कर यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
70 भाषाओं में उपलब्ध होगी जानकारी
एडवांस्ड स्टडी में लगाए गए क्यूआर कोड की खास बात यह है कि इसके माध्यम से संस्थान के बारे में जानकारी 70 भाषाओं में उपलब्ध होगी. वहीं, जानकारी टेक्स्ट के साथ ही ऑडियो में भी 14 भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे जो भी पर्यटक चाहे कहीं से भी आ रहा हो उसे अपनी भाषा ने यह जानकारी प्राप्त हो सकेगी. संस्थान के निदेशक प्रो. मकरंद आर परांजपे ने बताया कि अभी संस्थान में 13 जगहों पर ये क्यूआर कोड स्कैनर लगाए गए हैं. आगामी समय में इसकी संख्या को बढ़ाया जाएगा.
बता दें कि शिमला में राज्य संग्रहालय के बाद यह दूसरा पर्यटक स्थल है, जिसे क्यूआर कोड की सुविधा से जोड़ा गया है और पर्यटकों के लिए इन ऐतिहासिक जगहों को घूमने के लिए आसान सुविधा दी गई है. इस सुविधा का लाभ संस्थान को भी मिलेगा और संस्थान को भी यह जानकारी मिल पाएगी की कितने पर्यटक संस्थान में आए और उन्होंने संस्थान के कौन से हिस्से में ज्यादा रुचि दिखाई या कौन सी जगह को नजरअंदाज किया. साथ ही जो फीडबैक पर्यटकों ने दिया है, उसे भी संस्थान देख पाएगा.
टिकट काउंटर का भी किया गया उद्घाटन
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी में नए टिकट काउंटर का भी उद्घाटन किया गया. इस टिकट काउंटर पर एडवांस्ड स्टडी को घूमने आने वाले पर्यटकों को लॉन और भवन के अंदर घूमने की टिकट उपलब्ध करवाई जाती है. फायर स्टेशन कैफे के अंदर ही यह टिकट काउंटर बनाया गया है, जहां टिकट पर्यटकों के देने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाता है.