शिमला: देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए अब निजी सीमेंट कंपनियों का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए उद्याेग विभाग ने संबंधित तीनाें सीमेंट कंपनियाें से ऑक्सीजन प्लांट लगाने का प्रस्ताव मांग लिया है. कंपनियाें ने भी ऑक्सीजन के प्राेडक्शन काे हामी भर दी है. दावा किया जा रहा है कि कंपनियाें से प्रस्ताव मिलने के एक दिन के भीतर ही विभाग कंपनियाें काे काम शुरू करने की परमिशन दे देगा.
ऑक्सीजन उत्पादन के काम में हो तेजी: CM
ऑक्सीजन की कमी के संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन के उत्पादन में वृद्धि लाने के साथ नए ऑक्सीजन प्लांट के कार्य में तेजी लाने के प्रयास किए जाएं. सभी ऑक्सीजन प्लांट में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि उत्पादन प्रक्रिया सरल बनाई जा सके. उन्होंने कहा कि मृत्यु दर को कम करने के लिए होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों को शीघ्र अस्पताल में दाखिल किया जाए.
सभी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ बनाए जाएं प्रभावी संपर्क
मुख्यमंत्री ने काॅरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व समिति को प्रदेश के काॅरपोरेट घरानों को एचपी एसडीएमए कोविड-19 निधि में उदारता से योगदान देने और इस महामारी से लड़ने में प्रदेश की सहायता करने में योगदान करने के प्रति प्रेरित करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि समिति सभी संभावित योगदान दाताओं और औद्योगिक संघों के साथ निधि में उदारता से योगदान देने के लिए समन्वय स्थापित करे. प्रदेश में सभी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ प्रभावी संपर्क बनाए जाएं, ताकि संसाधनों के उपयोग और उन्हें जुटाने में आने वाली समस्याओं का पता लगाया जा सके. साथ ही दान की गई वस्तुओं को उचित उद्देश्य के लिए प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों तक पहुंचाया जा सके.
सीमेंट कंपनी में ऑक्सीजन उत्पादन की तैयारी
ऑक्सीजन प्राेडक्शन और इसकी सप्लाई का काम देख रहे नाेडल अधिकारी आबिद हुसैन ने माना कि सीमेंट कंपनियाें काे ऑक्सीजन की प्राेडक्शन के लिए कहा गया है. कंपनियाें से प्रस्ताव मिलने के एक दिन के भीतर उन्हें काम शुरू करने की परमिशन दे दी जाएगी, ताकि इसका उत्पादन कार्य जल्द शुरू हाे सकेगी.
ये भी पढ़ें: हिमाचल सरकार ने अब तक किसानों से खरीदी 1367 मीट्रिक टन गेहूं, 31 मई तक होगी खरीद