शिमला: जिला परिषद शिमला की बैठक में जिला परिषद सदस्यों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को उठाया गया, लेकिन इस बैठक में कई विभागों के अधिकारी नदारद रहे. जिसके चलते जिला परिषद सदस्यों से लेकर अध्यक्ष ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई और बैठक से गायब अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया. इसके साथ ही इन अधिकारियों की शिकायत संबंधित विभाग के मंत्रियों और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी भेजी गई.
सीएम से मिलेंग जिला परिषद सदस्य: जिला परिषद शिमला की बैठक से नदारद अधिकारियों के मामले को लेकर जिला परिषद सदस्य मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने जाएंगे. सदस्यों ने कहा कि अधिकारियों को पहले सेही बैठक पूरी जानकारी होती है, लेकिन इसके बावजूद अधिकारी बैठक में हिस्सा लेने की जहमत नहीं उठा रहे हैं. जिसके कारण जिला परिषद सदस्यों को अपनी समस्याओं को लेकर जवाब नहीं मिल पा रहे हैं.
6 महीने बाद हुई बैठक: जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रप्रभा नेगी ने कहा कि ने एडीसी शिमला विभागीय अधिकारियों से बैठक करें और उनसे बैठक में न आने का कारण पूछा जाए. उन्होंने कहा कि जिला परिषद की बैठक 6 महीने बाद हो रही है. इस पर भी अधिकारी बैठक में नहीं आ रहें है. जिसके चलते जिला परिषद सदस्यों को अपने प्रश्नों का जवाब नहीं मिल रहा है. अधिकारी इस बैठक को गंभीरता से ही नहीं लेते हैं. जो अधिकारी बैठक में नहीं आए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है साथ ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी लिखित में शिकायत भेजी गई है.
एडीसी शिमला को दिए निर्देश: चंद्र प्रभा नेगी ने एडीसी शिमला अभिषेक वर्मा को जिला परिषद की बैठक में सभी एसडीएम एवं कार्यालय अध्यक्षों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि जिले में चल रही विकासात्मक कार्यों की वास्तविक स्थिति का सदस्यों को पता चल सके. मंगलवार को बैठक में 15 प्रश्नों एवं गत बैठक में रखे गए लगभग 20 प्रश्नों पर संबंधित विभागों के कार्यालय अध्यक्षों ने विस्तृत जानकारी दी.
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