ETV Bharat / state

HPU पहुंची नैक टीम, 3 दिन तक करेगी सुविधाओं की पड़ताल - Himachal Pradesh University hopes for A plus plus

हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में आज सुबह नैक टीम पहुंची. टीम 3 दिन तक कैंपस में रहेगी और छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं की पड़ताल करेगी.प्रशासन का दावा है कि कैंपस में रंग-रोगन और सफाई का काम पूरा हो चुका है. वहीं, कर्मचारियों की छुट्टियां पहले ही रद्द कर दी गई है. इस बार एचपीयू को उम्मीद है कि एचपीयू को ए-प्लस-प्लस ग्रेड मिलेगा. (NAAC team reached Himachal Pradesh University)

NAAC team reached Himachal Pradesh University
NAAC team reached Himachal Pradesh University
author img

By

Published : Nov 2, 2022, 12:09 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में आज सुबह नैक टीम पहुंची. टीम 3 दिन तक कैंपस में रहेगी और छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं की पड़ताल करेगी. कैंपस आने वाले शिक्षकों और गैर शिक्षकों को आज अपनी गाड़ी में आने की परमिशन नहीं रहेगी. उन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी बसों के माध्यम से कैंपस आना होगा. (NAAC team reached Himachal Pradesh University)

ए-प्लस-प्लस ग्रेड की उम्मीद: प्रशासन का दावा है कि कैंपस में रंग-रोगन और सफाई का काम पूरा हो चुका है. वहीं, कर्मचारियों की छुट्टियां पहले ही रद्द कर दी गई है. इस बार एचपीयू को उम्मीद है कि एचपीयू को ए-प्लस-प्लस ग्रेड मिलेगा. बता दें कि अभी एचपीयू ए ग्रेड यूनिवर्सिटी है. विवि के वीसी प्रो. एसपी बंसल का कहना है कि हमने नैक टीम के आने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर दी हैं. हमें उम्मीद है कि इस बार अच्छा ग्रेड मिलेगा. (Himachal Pradesh University hopes for A plus plus)

कैंपस में कमियां: कैंपस में स्पेस की कमी है. सभी कक्षाओं में स्पेस बढ़ाया जाने की आवश्यकता है. वहीं, सभी कोर्सेज में एक जैसा इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवाया जाना चाहिए. पढ़ाने और सिखाने के लिए इन्फॉर्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी अपर्याप्त है. ऐसा प्लेसमेंट सेल बनाएं, जिससे सभी विभागों को फायदा मिले. कैंपस में वाई फाई सिस्टम नहीं है. (Drawbacks in Himachal Pradesh University)

2016 में मिला था ए ग्रेड, उसके बाद आगे नहीं बढ़ पाए: पूर्व कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी के कार्यकाल में वर्ष 2016 में एचपीयू को ए ग्रेड मिला था. 3.21 सीजीपीए के साथ एचपीयू को ग्रेड दिया गया. वहीं, वर्ष 2009 में एचपीयू को सुविधाओं की कमी को देखते हुए नैक ने B प्लस से ग्रेड को घटाकर B कर दिया था. इसका सीजीपीए 2.05 था. अब छह साल बाद विश्वविद्यालय को अपने ग्रेड को बढ़ाकर ए प्लस करने का अवसर मिला है. विश्वविद्यालय प्रशासन का पूरा प्रयास है कि इस लक्ष्य को प्राप्त किया जाए. विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैर शिक्षक और अधिकारी दिन रात तैयारियों में जुटे हैं.

आकलन के लिए बनाई गई स्वायत्त संस्था: नैक का पूरा नाम नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल है. यह यूजीसी की ओर से स्थापित देश में उच्च शिक्षण संस्थानों को मान्यता देने और उनके आकलन के लिए बनाई गई स्वायत संस्था है. इसे 1986 में स्थापित किया गया था. यूजीसी की ओर से सभी शिक्षण संस्थानों को नैक से ग्रेड लेना जरूरी किया है. नैक से अच्छा ग्रेड मिलने के बाद यूजीसी और सरकार शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए फंडिंग करती है.

ये भी पढ़ें : HPU में प्रोफेसर भर्ती पर फिर उठे सवाल, FAC ने धांधली का लगाया आरोप

शिमला: हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में आज सुबह नैक टीम पहुंची. टीम 3 दिन तक कैंपस में रहेगी और छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं की पड़ताल करेगी. कैंपस आने वाले शिक्षकों और गैर शिक्षकों को आज अपनी गाड़ी में आने की परमिशन नहीं रहेगी. उन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी बसों के माध्यम से कैंपस आना होगा. (NAAC team reached Himachal Pradesh University)

ए-प्लस-प्लस ग्रेड की उम्मीद: प्रशासन का दावा है कि कैंपस में रंग-रोगन और सफाई का काम पूरा हो चुका है. वहीं, कर्मचारियों की छुट्टियां पहले ही रद्द कर दी गई है. इस बार एचपीयू को उम्मीद है कि एचपीयू को ए-प्लस-प्लस ग्रेड मिलेगा. बता दें कि अभी एचपीयू ए ग्रेड यूनिवर्सिटी है. विवि के वीसी प्रो. एसपी बंसल का कहना है कि हमने नैक टीम के आने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर दी हैं. हमें उम्मीद है कि इस बार अच्छा ग्रेड मिलेगा. (Himachal Pradesh University hopes for A plus plus)

कैंपस में कमियां: कैंपस में स्पेस की कमी है. सभी कक्षाओं में स्पेस बढ़ाया जाने की आवश्यकता है. वहीं, सभी कोर्सेज में एक जैसा इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवाया जाना चाहिए. पढ़ाने और सिखाने के लिए इन्फॉर्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी अपर्याप्त है. ऐसा प्लेसमेंट सेल बनाएं, जिससे सभी विभागों को फायदा मिले. कैंपस में वाई फाई सिस्टम नहीं है. (Drawbacks in Himachal Pradesh University)

2016 में मिला था ए ग्रेड, उसके बाद आगे नहीं बढ़ पाए: पूर्व कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी के कार्यकाल में वर्ष 2016 में एचपीयू को ए ग्रेड मिला था. 3.21 सीजीपीए के साथ एचपीयू को ग्रेड दिया गया. वहीं, वर्ष 2009 में एचपीयू को सुविधाओं की कमी को देखते हुए नैक ने B प्लस से ग्रेड को घटाकर B कर दिया था. इसका सीजीपीए 2.05 था. अब छह साल बाद विश्वविद्यालय को अपने ग्रेड को बढ़ाकर ए प्लस करने का अवसर मिला है. विश्वविद्यालय प्रशासन का पूरा प्रयास है कि इस लक्ष्य को प्राप्त किया जाए. विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैर शिक्षक और अधिकारी दिन रात तैयारियों में जुटे हैं.

आकलन के लिए बनाई गई स्वायत्त संस्था: नैक का पूरा नाम नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल है. यह यूजीसी की ओर से स्थापित देश में उच्च शिक्षण संस्थानों को मान्यता देने और उनके आकलन के लिए बनाई गई स्वायत संस्था है. इसे 1986 में स्थापित किया गया था. यूजीसी की ओर से सभी शिक्षण संस्थानों को नैक से ग्रेड लेना जरूरी किया है. नैक से अच्छा ग्रेड मिलने के बाद यूजीसी और सरकार शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए फंडिंग करती है.

ये भी पढ़ें : HPU में प्रोफेसर भर्ती पर फिर उठे सवाल, FAC ने धांधली का लगाया आरोप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.