शिमला: आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिमला नगर निगम अब शहर में होर्डिंग साइट को नीलाम करने जा रहा है. नगर निगम इसके लिए जल्दी खुली बोली लगाने की प्रक्रिया शुरू करेगा. इसके तहत शहर की होर्डिंग साइट को तीन जोन में बांटा है. जहां पर होर्डिंग लगाने के लिए कंपनियों को काम दिया जाएगा. इससे नगर निगम को दो से तीन करोड़ की सालाना आय होगी. इससे पहले नगर निगम खुद ही होर्डिंग साइट लगाने की अनुमति देता था. उसके बदले फीस वसूली जाती थी, लेकिन अब नगर निगम ने होर्डिंग साइट को नीलाम करने का फैसला लिया है.
नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने दी जानकारी
नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली का कहना है कि शहर में होर्डिंग नगर निगम का एक आय का साधन है. नगर निगम शहर में होर्डिंग लगाने की अनुमति कंपनियों को देता था और उसके बदले में फीस भी वसूल की जाती है. लेकिन अब नगर निगम शहर में होर्डिंग साइट की ऑक्शन करने जा रहा है.
नगर निगम खुद तय करेगा होर्डिंग साइट
इसके लिए नगर निगम होर्डिंग साइट खुद तय करेगा. वहीं, शहर में होर्डिंग लगाने का काम कर सकती है और वही शहर में अवैध रूप से लगने वाली होर्डिंग पर नजर भी रखेगा उन्होंने कहा कि इससे नगर निगम को अतिरिक्त आय होगी और करीब सालाना दो से तीन करोड़ कोडिंग साइट से नगर निगम को मिलेगा.
प्रचार प्रसार के लिए लगाई जाती है होर्डिंग
बता दें शिमला शहर में जगह-जगह कंपनियों द्वारा अपने उत्पादों के प्रचार प्रसार के लिए होर्डिंग लगाई जाती है. होर्डिंग लगाने के लिए नगर निगम से अनुमति लेना अनिवार्य है. होर्डिंग लगाने के बदले में कंपनियों को नगर निगम को फीस चुकानी पड़ती है. शहर में अवैध रूप से होर्डिंग लगाने वालों पर नगर निगम कार्रवाई भी करता है.
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