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समय पर प्रॉपर्टी टैक्स नहीं चुकाना पड़ा महंगा, न चुकाने वाले डिफॉल्टर पर निगम का चलेगा डंडा

राजधानी में तय समय पर प्रॉपर्टी टैक्स न चुकाने वाले करीब 1500 डिफॉल्टर्स पर नगर निगम कार्रवाई शुरू की है.

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Published : Mar 30, 2019, 8:27 PM IST

शिमला:राजधानी में तय समय पर प्रॉपर्टी टैक्स न चुकाने वाले करीब 1500 डिफॉल्टर्स पर नगर निगम कार्रवाई शुरू की है. निगम की टैक्स शाखा ने इन सभी टैक्स डिफाल्टर्स को पांच फीसदी पेनल्टी के साथ 31 मार्च तक प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने का नोटिस जारी किया है.

बता दें कि निगम की टैक्स शाखा ने समय पर टैक्स जमा न करवाने वाले करीब तीन हजार मकान मालिकोंकी एक सूची तैयार की है, जिसमें से करीब 1500 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्होंने पांच फीसदी पेनल्टी के साथ भी टैक्स जमा नहीं किया है. अब निगम पहली अप्रैल से इन सभी टैक्स डिफाल्टर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा.

निगम की सूची में कई सरकारी विभाग भी हैं, जिन्होंने निगम को प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं किया है. इन डिफाल्टरों में आईएसबीटी सबसे बड़ा टैक्स डिफॉल्टर है, जिससे निगम को करीब 3.55 करोड़ रुपये का टैक्स वसूलना है.

निगम मेयर कुसुम सदरेट


निगम मेयर कुसुम सदरेट ने बताया कि साल 2018-19 में निगम ने शहर के सभी मकान मालिकों को प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए कई महीनों का समय भी दिया था, लेकिन अभी भी शहर के करीब 15 सौ भवन मालिक ऐसे हैं, जिन्होंने निगम को अपना संपत्ति कर नहीं चुकाया है. उन्होंने बताया कि ऐसे भवन मालिकों से निगम को करीब पांच करोड़ वसूल करना है.
जिला आयकर अधिकारी राकेश ठाकुर व निरीक्षक संदीप फोगाट ने बताया कि करदाता निर्धारण वर्ष 2018-19 की अपनी आयकर रिटर्न दाखिल कर दें, जिससे उन्हें भविष्य में जुर्माने के अलावा अन्य समस्याओं से जूझना न पड़े. उन्होंने बताया कि आयकर वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान दस हजार से अधिक है, उन्हें इसी वित्तिय वर्ष में 31 मार्च से पूर्व आयकर व आयकर रिर्टन जमा करवानी होगी.


शिमला:राजधानी में तय समय पर प्रॉपर्टी टैक्स न चुकाने वाले करीब 1500 डिफॉल्टर्स पर नगर निगम कार्रवाई शुरू की है. निगम की टैक्स शाखा ने इन सभी टैक्स डिफाल्टर्स को पांच फीसदी पेनल्टी के साथ 31 मार्च तक प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने का नोटिस जारी किया है.

बता दें कि निगम की टैक्स शाखा ने समय पर टैक्स जमा न करवाने वाले करीब तीन हजार मकान मालिकोंकी एक सूची तैयार की है, जिसमें से करीब 1500 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्होंने पांच फीसदी पेनल्टी के साथ भी टैक्स जमा नहीं किया है. अब निगम पहली अप्रैल से इन सभी टैक्स डिफाल्टर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा.

निगम की सूची में कई सरकारी विभाग भी हैं, जिन्होंने निगम को प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं किया है. इन डिफाल्टरों में आईएसबीटी सबसे बड़ा टैक्स डिफॉल्टर है, जिससे निगम को करीब 3.55 करोड़ रुपये का टैक्स वसूलना है.

निगम मेयर कुसुम सदरेट


निगम मेयर कुसुम सदरेट ने बताया कि साल 2018-19 में निगम ने शहर के सभी मकान मालिकों को प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए कई महीनों का समय भी दिया था, लेकिन अभी भी शहर के करीब 15 सौ भवन मालिक ऐसे हैं, जिन्होंने निगम को अपना संपत्ति कर नहीं चुकाया है. उन्होंने बताया कि ऐसे भवन मालिकों से निगम को करीब पांच करोड़ वसूल करना है.
जिला आयकर अधिकारी राकेश ठाकुर व निरीक्षक संदीप फोगाट ने बताया कि करदाता निर्धारण वर्ष 2018-19 की अपनी आयकर रिटर्न दाखिल कर दें, जिससे उन्हें भविष्य में जुर्माने के अलावा अन्य समस्याओं से जूझना न पड़े. उन्होंने बताया कि आयकर वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान दस हजार से अधिक है, उन्हें इसी वित्तिय वर्ष में 31 मार्च से पूर्व आयकर व आयकर रिर्टन जमा करवानी होगी.


 प्रॉपर्टी टैक्स न चुकाने वाले करीब 1500 टैक्स डिफॉल्टरों पर होगी कार्रवाई

MC ने टैक्स डिफाल्टरों को 31 मार्च तक का दिया है समय

पहली अप्रैल से निगम सभी टैक्स डिफाल्टरों पर नियमों के तहत करेगा कार्रवाई

शिमला।   शिमला शहर में तय समय पर प्रॉपर्टी टैक्स न चुकाने वाले करीब 1500 डिफॉल्टरों पर नगर निगम ने कमर कस ली है! निगम की टैक्स शाखा ने इन सभी टैक्स डिफाल्टरों को पांच फीसदी पेनल्टी के साथ 31 मार्च तक प्रोपर्टी टैक्स जमा करने का नोटिस जारी किया है। लेकिन तय समय के भीतर टैक्स जमा न करने वालों के खिलाफ निगम अब बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है ! निगम की टैक्स शाखा ने समय पर टैक्स जमा न करवाने वाले करीब तीन हजार भवन मालिकों  की एक सूची तैयार की है जिसमें से अभी भी करीब 1500 लोगों को नोटिस जारी किए हैं! जिन्होंने पांच फीसदी पेनल्टी के साथ भी टैक्स जमा नहीं किया है अब निगम पहली अप्रैल से इन सभी टैक्स डिफाल्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा ! निगम की सूचि में कई सरकारी विभाग भी हैं जिन्होंने काफी समय से निगम को प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं किया है ! इन डिफाल्टरों में आईएसबीटी सबसे बड़ा टैक्स डिफाल्टर है जिससे निगम को करीब 3.55 करोड़ रुपएका टैक्स वसूला जाना है। इसके अलावा विभिन्न विभागों से भी निगम को करोड़ों रुपए की वसूली करना शेष है। निगम मेयर कुसुम सदरेट ने बताया कि साल 2018 -19 में निगम ने शहर के सभी भवन मालिकों को प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने का आग्रह किया था जिसके बाद निगम ने कई महीनों का समय भी दिया था लेकिन अभी भी शहर के करीब 15 सौ भवन मालिक ऐसे हैं जिन्होंने निगम को अपना सम्पति कर नहीं चुकाया है ! ऐसे भवन मालिकों से निगम को करीब पांच करोड़ वसूल करना है ! अब नगर निगम ऐसे टैक्स डिफाल्टरों के खिलाफ कड़ी कारवाई करेगा !

 

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