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पहेली बनी सांसद की मौत: गिरती सेहत की चिंता के बीच भी मन में थी जीने की इच्छा, तभी लगवाई कोरोना वैक्सीन

मंडी से सांसद रामस्वरूप शर्मा की दुःखद मौत से प्रदेश भर में गम का माहौल है. सांसद रामस्वरूप शर्मा अपनी गिरती सेहत के कारण चिंता में थे. विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री भी इस बात को कह रहे हैं कि सांसद ने 13 मार्च को ही कोरोना का टीका लगवाया था और सभी से वैक्सीन लगवाने का आग्रह भी किया था. यदि ऐसा होता कि वे बीमारियों से परेशान होकर डिप्रेशन में चले गए हैं तो कोरोना का टीका न लगवाते.

MP RAMSWAROOP SHARMA DEATH CASE IN HIMACHAL PRADESH VIDHANSABHA
पहेली बनी सांसद की मौत
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Published : Mar 19, 2021, 6:24 PM IST

Updated : Mar 19, 2021, 6:31 PM IST

शिमलाः मंडी से सांसद रामस्वरूप शर्मा की दुःखद मौत से प्रदेश भर में गम का माहौल है. विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. बताया जा रहा है कि सांसद रामस्वरूप शर्मा अपनी गिरती सेहत के कारण चिंता में थे. उन्हें हृदय रोग था और स्टेंट डले थे. इसके अलावा यूरीनरी ट्रक्ट इन्फेक्शन और पाइल्स की समस्या भी बताई जा रही है. कुछ समय पहले सांसद ने पालमपुर के कायाकल्प संस्थान में पंचकर्म चिकित्सा करवाई थी. भाजपा नेताओं ने उनके गिरते वजन को लेकर चिंता जताई तो उन्होंने बात को टाल दिया था. मंडी आने पर वे मीडिया से जरूर मिलते थे, लेकिन कुछ समय से दूरी बनाई थी. अपनी पत्नी को भी आखिरी कॉल में उन्होंने कहा था कि मुझे सुबह उठा देना.

डिप्रेशन में होते तो टीका न लगवाते

संसद सत्र चल रहा था तो पत्नी ने सोचा कि कहीं सत्र के लिए देरी न हो जाए, इसलिए जल्दी उठाने की बात की होगी. उनके बेटे आनंद स्वरूप का भी कहना है कि सेहत के इश्यू तो थे, लेकिन ऐसे नहीं कि इतना बड़ा कदम उठा लेते. विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री भी इस बात को कह रहे हैं कि सांसद ने 13 मार्च को ही कोरोना का टीका लगवाया था और सभी से वैक्सीन लगवाने का आग्रह भी किया था.

यदि ऐसा होता कि वे बीमारियों से परेशान होकर डिप्रेशन में चले गए हैं तो कोरोना का टीका न लगवाते. उनके मन में जीने की इच्छा थी, तभी तो कोरोना वैक्सीन ली. उधर, शुक्रवार को विधानसभा में भी ये मामला उठा और विपक्ष के नेता ने रामस्वरूप शर्मा की सरलता तथा ईमानदारी की प्रशंसा करते हुए आत्महत्या को लेकर सीबीआई जांच की मांग उठाई.

पढे़ंः विधानसभा में गूंजा सांसद रामस्वरूप की मौत का मामला, अग्निहोत्री ने जोर-शोर से की CBI जांच की मांग

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि इस समय दिल्ली पुलिस जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है. रिपोर्ट आने के बाद परिजनों की इच्छा के अनुसार राज्य सरकार किसी भी एजेंसी से जांच करवाने के लिए सिफारिश करेगी. रामस्वरूप शर्मा ने जिस तरह फंदे पर लटककर आत्महत्या की है, वो मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता के गले नहीं उतर रहा है. सभी लोग इस आत्महत्या का सच जानना चाहते हैं. मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है. यह सही है कि सांसद के साथ सेहत की परेशानी जुड़ी थी और उनकी बोलचाल में पहले जैसी सक्रियता नहीं थी, लेकिन वे पार्टी की हर मीटिंग से जुड़ते थे. सभी बैठकों में शामिल होते थे. सेहत की खराबी के बाद भी वे मंडी शिवरात्रि मेले में आए थे. अपना सोशल मीडिया पेज भी अपडेट करते थे. फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच को अगली दिशा मिलेगी. दिल्ली पुलिस की जांच पर भी राज्य सरकार की नजर है.

ये भी पढ़ेंः सीएम जयराम ने कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों से बात कर CBI जांच की सिफारिश करेंगे

शिमलाः मंडी से सांसद रामस्वरूप शर्मा की दुःखद मौत से प्रदेश भर में गम का माहौल है. विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. बताया जा रहा है कि सांसद रामस्वरूप शर्मा अपनी गिरती सेहत के कारण चिंता में थे. उन्हें हृदय रोग था और स्टेंट डले थे. इसके अलावा यूरीनरी ट्रक्ट इन्फेक्शन और पाइल्स की समस्या भी बताई जा रही है. कुछ समय पहले सांसद ने पालमपुर के कायाकल्प संस्थान में पंचकर्म चिकित्सा करवाई थी. भाजपा नेताओं ने उनके गिरते वजन को लेकर चिंता जताई तो उन्होंने बात को टाल दिया था. मंडी आने पर वे मीडिया से जरूर मिलते थे, लेकिन कुछ समय से दूरी बनाई थी. अपनी पत्नी को भी आखिरी कॉल में उन्होंने कहा था कि मुझे सुबह उठा देना.

डिप्रेशन में होते तो टीका न लगवाते

संसद सत्र चल रहा था तो पत्नी ने सोचा कि कहीं सत्र के लिए देरी न हो जाए, इसलिए जल्दी उठाने की बात की होगी. उनके बेटे आनंद स्वरूप का भी कहना है कि सेहत के इश्यू तो थे, लेकिन ऐसे नहीं कि इतना बड़ा कदम उठा लेते. विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री भी इस बात को कह रहे हैं कि सांसद ने 13 मार्च को ही कोरोना का टीका लगवाया था और सभी से वैक्सीन लगवाने का आग्रह भी किया था.

यदि ऐसा होता कि वे बीमारियों से परेशान होकर डिप्रेशन में चले गए हैं तो कोरोना का टीका न लगवाते. उनके मन में जीने की इच्छा थी, तभी तो कोरोना वैक्सीन ली. उधर, शुक्रवार को विधानसभा में भी ये मामला उठा और विपक्ष के नेता ने रामस्वरूप शर्मा की सरलता तथा ईमानदारी की प्रशंसा करते हुए आत्महत्या को लेकर सीबीआई जांच की मांग उठाई.

पढे़ंः विधानसभा में गूंजा सांसद रामस्वरूप की मौत का मामला, अग्निहोत्री ने जोर-शोर से की CBI जांच की मांग

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि इस समय दिल्ली पुलिस जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है. रिपोर्ट आने के बाद परिजनों की इच्छा के अनुसार राज्य सरकार किसी भी एजेंसी से जांच करवाने के लिए सिफारिश करेगी. रामस्वरूप शर्मा ने जिस तरह फंदे पर लटककर आत्महत्या की है, वो मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता के गले नहीं उतर रहा है. सभी लोग इस आत्महत्या का सच जानना चाहते हैं. मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है. यह सही है कि सांसद के साथ सेहत की परेशानी जुड़ी थी और उनकी बोलचाल में पहले जैसी सक्रियता नहीं थी, लेकिन वे पार्टी की हर मीटिंग से जुड़ते थे. सभी बैठकों में शामिल होते थे. सेहत की खराबी के बाद भी वे मंडी शिवरात्रि मेले में आए थे. अपना सोशल मीडिया पेज भी अपडेट करते थे. फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच को अगली दिशा मिलेगी. दिल्ली पुलिस की जांच पर भी राज्य सरकार की नजर है.

ये भी पढ़ेंः सीएम जयराम ने कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों से बात कर CBI जांच की सिफारिश करेंगे

Last Updated : Mar 19, 2021, 6:31 PM IST
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