शिमला: कोरोना के चलते त्योहार सीजन में भी लोग बसों में सफर करने के बजाए निजी गाड़ियों में चलना ही पसंद कर रहे हैं. इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बुधवार को महिलाओं के सबसे बड़े पर्व करवाचौथ पर भी शहर की बसें ज्यादातर खाली ही नजर आई. बस में गिने चुने लोग ही बसों में सफर करते दिखाई दिए.
इससे पहले की बात करें, तो हर साल करवा चौथ पर्व पर बसें भरी हुई रहती थी और शहर की बसों में काफी भीड़ रहती थी. यही नहीं मंगलवार को प्रदेश सरकार ने दिल्ली के लिए 21 रूट पर बस सेवा शुरू की है, लेकिन कोरोना संकट के बाद जब दिल्ली से शिमला पहली बस बुधवार को शिमला आईएसबीटी पहुंची तो वह खाली ही थी.
एचआरटीसी शिमला के डिविजनल मैनेजर दलजीत सिंह ने बताया कि त्योहारी समय मे भी लोग बसों में सफर कम संख्या में कर रहे हैं, जबकि इससे पहले तैयोहारों के समय मे अतिरिक्त बस लगानी पड़तीं थी, लेकिन इस बार कोरोना के कारण रूटीन की बसे ही खालीं चल रही हैं.
बुधवार को लॉकडाउन के बाद दिल्ली से शिमला पहली बस ही खाली आई. पहले दिल्ली से शिमला बस भरी रहती थी कारण लोग तैयोहार के समय मे अपने घर आते थे. डीएम का कहना था कि निगम ने कोरोना से बचने के इंतजाम किए हैं और स्टाफ को सेनिटाइज करने व मास्क पहने के निर्देश दिए है.
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