शिमला: शहर में बंदरों के आतंक से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी परेशान हैं. जाखू मंदिर में दर्शन करने गए गुजरात के सूरत के गगन अरोड़ा को बंदर ने काट ने काट लिया, वहीं जब गगन अस्पताल में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगाने दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल पहुंचे तो उन्हें वहां इंजेक्शन न होने की बात कही गई.
जिसके बाद गगन अरोड़ा शहर के सभी अस्पतालों में इंजेक्शन का पता किया तो कहीं भी उन्हें रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिल पाया. पर्यटक दिन भर इंजेक्शन लगाने के लिए परेशान होते रहे. थक हार कर उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर भी फोन किया, लेकिन वहां से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली.
पर्यटक गगन का कहना है कि जाखू में दर्शन करने गए थे तो वहां बंदर चश्मा उतारने के लिए झपटा और आंख के नीचे काट दिया. उसके बाद उसके बाद उपचार के लिए रिपन अस्पताल गए तो वहां रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिला.
अनिल खुराना ने कहा कि शहर के किसी भी अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है. इसकी शिकायत 1100 नम्बर पर भी की, लेकिन कही से उन्हें राहत नहीं मिल पाई है और स्वाथ्य मंत्री से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि इंजेक्शन के लिए उन्हें दिन भर परेशान होना पड़ा और शाम को जाकर रिपन अस्पताल में उन्हें इंजेक्शन मिला है.
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