शिमला: जिला शिमला के ठियोग से पांच महीने पहले रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हुए शुभम का मोबाइल पुलिस ने बरामद कर लिया है. मोबाइल फोन को एफएसएल जांच के लिए भेज दिया गया है. बता दें कि मोबाइल ठियोग के धार के जंगल में ही मिला है.
जानकारी के अनुसार गुच्छी ढूंढने गए कुछ स्थानीय लोगों को जंगल में एक मोबाइल मिला. इन लोगों ने मोबाइल के लास्ट डायल पर कॉल कर शुभम के परिजनों को मोबाइल जंगल में मिलने की बात कही. वहीं, इस बात की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी.
इस पर एसपी शिमला ओमापति जम्वाल के निर्देश पर एएसपी प्रवीर ठाकुर की अगुवाई में एसआईटी टीम के सदस्य मौके पर गए. फिलहाल, मोबाइल को कब्जे में लेकर एफएसएल भेज दिया गया है. शुभम का मोबाइल मिलने से अब इस मामले से जुड़े कुछ रहस्यों से पर्दा उठ सकता है.
एसपी शिमला ओमापति जम्वाल ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि शुभम का मोबाइल मिला है. टीम को मौके पर भेजकर एक बार फिर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने मोबाइल फोन से शुभम के परिजनों को सूचना दी.
एसपी शिमला ने कहा कि एएसपी प्रवीर ठाकुर की अगुवाई में एसआईटी की टीम मौके पर गई और घटनास्थल की जांच की गई. उन्होंने कहा कि बर्फ पड़ने के कारण पहले उस क्षेत्र की सघनता से जांच नहीं हो पाई थी. फिलहाल शुभम के मोबाइल को एफएसएल जांच के लिए भेज दिया गया है.
एफएसएल की रिपोर्ट और अन्य तथ्यों के आधार पर ही आगे मामले की जांच की जाएगी. एसपी शिमला ने कहा कि उस क्षेत्र में अब बर्फ नहीं है. एसआईटी की टीम कुछ दिनों में फिर उस क्षेत्र की छानबीन के लिए जाएगी.
30 नंवबर से लापता है शुभम
गौरतलब है कि 30 नवंबर 2019 की रात को देहा थाना क्षेत्र के धार के जंगल में शुभम रहस्यमयी तरीके से लापता हो गया था. प्रशासनिक अमले से लेकर कई जांच एजेंसियां शुभम को ढूंढने की कोशिश कर चुकी हैं, लेकिन शुभम का पता नहीं लग पाया.
रोहड़ू के नाहल के रहने वाले शुभम की तलाश के लिए खोजी कुत्ते और ड्रोन की भी मदद ली गई, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने एसआईटी को जांच का जिम्मा सौंपा है. एएसपी प्रवीर ठाकुर की निगरानी में एसआईटी काम कर रही है.
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