शिमला: कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग के साथ ही मास्क पहनाना जरूरी है, लेकिन कोरोना से बचाव के लिए जो मास्क हम पहन रहे हैं. वहीं, मास्क हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहा है. मास्क पहनने का स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है. योग और प्राणायाम कर इससे बचा जा सकता है. ये जानकारी आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलोर आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अभिषेक ने दी.
डॉ. अभिषेक ने कोरोना महामारी के बीच आयुर्वेद और योग के माध्यम से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने के बारे में जागरूक किया. डॉ. अभिषेक ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जो मास्क हम पहन रहे हैं उसका भी हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है. लंबे समय तक मास्क पहनना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. उन्होंने कहा कि मास्क पहनने और मास्क ना पहनने पर भी लोग मात्र 30 से 40 फीसदी इस्तेमाल अपने फेफड़ों का करते हैं.
मास्क पहनने से फेफड़ों तक पहुंचती है कम ऑक्सीजन
मास्क पहनने पर बहुत कम ऑक्सीजन हमारे शरीर तक पहुंच पाती है, जिससे स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है. ऑक्सीजन की मात्रा हमारी बॉडी में कम होती है. अगर हमें इसके प्रभाव से बचना है तो इसके लिए योग प्राणायाम ओर मेडिटेशन का सहारा लेना आवश्यक है.
प्रतिरोधक क्षमता के लिए व्यायाम जरूरी
प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने के लिए अलग-अलग व्यायाम करने की सलाह दी. उन्होंने आयुर्वेद के महत्व को बताते हुए कहा कि आयुर्वेद बिना किसी साइड इफेक्ट्स के कोरोना महामारी के बीच लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है. उन्होंने कहा कि इस महामारी के बीच यह आवश्यक है कि लोग अपनी दिनचर्या को सही रखे और समय पर खाने के साथ ही समय पर सोए जिससे कि उनका स्वास्थ्य ठीक रहे और उनकी रोग प्रितिरोधक क्षमता बढ़ सके जिससे वह कोरोना महामारी से उनका बचाव हो सके.