सुरेश भारद्वाज ने कहा कि चर्चा बेहतर ढंग से चली थी लेकिन जगत सिंह नेगी ने अंग्रेजों के पृथु कहा है. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस को तो पैदा ही अंग्रेजों ने किया है. हिंदुस्तान का बंटवारे की पैदाबार भी कांग्रेस ने ही कि है. कश्मीर की समस्या किसने पैदा की. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जो आपत्ति जनक शब्द कांग्रेस के सदस्यों ने बोलये हैं उन्हें सदन की कार्यवाही से हटा देना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां बहुत ज्यादा कन्फ्यूजन पैदा हो गया है. जिस प्रकार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बारे में टिप्पणी की गई है. वह कार्यवाही का हिस्सा नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी इस आपदा के क्षण में जितनी भी संस्थाएं हैं उनमें सबसे बड़ा योगदान आरएसएस का है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में समझाने वाला और बताने वाला कोई नहीं रह गया है. यह विधानसभा का अपमान है. विपक्ष को सार्थक चर्चा करनी चाहिए.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष की तरफ से जगत सिंह नेगी ने अपने व्यवहार के अनुसार विषय के ऊपर नहीं बोला. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और महारानी विक्टोरिया का जिक्र किया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे वही बात करनी है जो निष्पक्ष है. इस संस्था का यहां जिक्र करना गलत है. उन्होंने कहा कि इतने वरिष्ठ सदस्य जो इस प्रकार के शब्द बोले वो रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं हो सकते.
राकेश सिंघा ने कहा कि यह प्रस्ताव जो सदन में नियम 130 के तहत सदन में पेश किया है. उनकी कल्याणकारी नीतियों पर सदन चर्चा कर रहा है. सिंघा ने कहा कि हमारे राज्य का चरित्र अपने आप में सोशल सर्विस का है.
सत्ता पक्ष के सदस्यों जगत सिंह नेगी को सस्पेन्ड करने की मांग की. इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य जगत सिंह नेगी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस दौरान वीरेंद्र कंवर और जगत सिंह नेगी में बहस होने लगी.
इसके बाद विपक्ष के सदस्य सदन के बाहर चले गये लेकिन कर्नल धनीराम शांडिल सदन में बोल रहे हैं.
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