ठियोग: पूर्व बागवानी मंत्री व विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा का रविवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. कोटखाई स्थित बरागटा के पैतृक गांव टहटोली स्थित श्मशान घाट में संस्कार किया गया.
शनिवार देर शाम उनकी पार्थिव देह गांव पहुंची थी. 68 वर्षीय बरागटा 13 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ था. सांस में दिक्कत के कारण पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज चल रहा था.
तीन बार विधायक का चुनाव जीते थे व दो बार मंत्री रहे
इस दौरान शनिवार सुबह उनकी देहांत हो गया. नरेंद्र बरागटा तीन बार विधायक का चुनाव जीते थे व दो बार मंत्री रहे. वहीं, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज सहित अन्य मंत्री, विधायक व नेताओं ने भी नरेंद्र बरागटा को अंतिम श्रद्धांजलि दी.
वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि नरेन्द्र बरागटा का चले जाना पार्टी और प्रदेश के लिए एक बहुत बड़ी हानि है और किसानों बागवानों के लिए जो उन्होंने जो काम किए वो कभी भुलाए नहीं जा सकते. उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में परिवार को ईश्वर शक्ति दे जिससे उन्हें हिम्मत मिल सके.
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