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नारकंडा में वीकेंड पर बढ़ी पर्यटकों की आमद, HPTDC के होटलों में 40 फीसदी छूट - होटल इंडस्ट्री

कोरोना काल में अनलॉक में प्रदेश की सीमाएं खुल गई हैं. इसके चलते महीनों से घरों में कैद लोग अब घूमने निकल रहे हैं. शिमला से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नारकंडा में भी पर्यटक वीकेंड पर काफी संख्या में पहुंच रहे हैं, जिससे बंद पड़े होटल और पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को फायदा हो रहा है.

Narkanda
नारकंडा
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Published : Oct 25, 2020, 2:29 PM IST

शिमला: कोरोना काल में अनलॉक में प्रदेश की सीमाएं खुल गई हैं. इसके चलते महीनों से घरों में कैद लोग अब घूमने निकल रहे हैं. शिमला से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नारकंडा में भी पर्यटक वीकेंड पर काफी संख्या में पहुंच रहे हैं, जिससे बंद पड़े होटल और पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को फायदा हो रहा है.

वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या बढ़ी

नारकंडा अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है. पर्यटन के हिसाब से देखा जाए तो यह शिमला के पास सबसे अच्छा डेस्टिनेशन है. शिमला आने वाले पर्यटक खासकर वीकेंड पर यहां का रूख कर रहे हैं. ज्यादातर पर्यटक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली से यहां की वादियों का लुत्फ उठाने के लिए पहुंच रहे हैं.

सर्दियों में होती है स्कीइंग

कोरोना वायरस के चलते इस साल पर्यटन कारोबार पूरी तरह से बंद रहा. ऐसे में अब प्रदेश में पर्यटकों का आना इससे जुड़े लोगों के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है. नारकंडा समुद्र तल से 2,700 मीटर की ऊंचाई पर बसा है, जिसके चारों ओर पहाड़ और हरियाली है. सर्दी के मौसम में यहां पर स्कीइंग की जाती है. इसलिए भी नारकंडा सालों भर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है.

कोरोना से बचाव को लेकर गाइडलाइन का पालन

कोरोना के चलते मजदूर, टैक्सी ड्राइवर, होम स्टे, टूरिस्ट गाइड और छोटे होटलों पर कोरोना की मार पड़ी. इससे सभी का काम प्रभावित हुआ था. वहीं, अब आने वाले दो महीनों में पर्यटन कारोबार में तेजी आएगी, लेकिन इस दौरान कोरोना से बचाव को लेकर जारी गाइडलाइन का पर्यटकों और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को पालन करना होगा, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और होटल इंडस्ट्री भी पटरी पर वापिस आ सके.

HPTDC के होटलों में 40 फीसदी छूट

छह माह से ठप पड़े होटल कारोबार को पटरी पर लाने के लिए राज्य पर्यटन विकास निगम ने अपने होटलों में कमरों की बुकिंग पर 40 फीसदी छूट दे रहा है. प्रदेश में इतनी छूट इससे पहले कभी नहीं दी गई है. इसके मिलने से लोकल पर्यटक भी होटलों में रूक सकेंगे.

घूमने के लिए आसपास हैं कई जगहें

नारकंडा में पहुंचे पर्यटक का कहना है कि नारकंडा का मौसम काफी अच्छा है. यहां उन्हें ताजा फलों को खाने का मौका भी मिला. नारकंडा के आसपास बहुत सी जगहें हैं जैसे कि हाटू मंदिर और ट्रैक पर भी लोग जा सकते है. उन्होंने कहा कि लोग वीकेंड के अलावा भी यहां पर आ सकते हैं. कोरोना के चलते जैसे अभी वर्क फ्रॉम होम चल रहा है. ऐसे में लोग शांति में समय बिताने के लिए यहां होम स्टे में रहकर भी ऑफिस का काम कर सकते हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें कोरोना को लेकर सावधानी भी बरतनी होगी. इससे यहां का स्थानीय कारोबार भी बढ़ेगा.

मौसम को देखते हुए पर्यटक इन दिनों नारकंडा को पसंद कर रहे हैं. इससे कोरोना की मार झेल रहे पर्यटन कारोबार को भी पंख लगने की उम्मीद जगी है. यहां आसपास भी घूमने के लिए बहुत सी जगहें हैं, जहां का पर्यटक लुत्फ उटा सकते हैं. वहीं, ज्यादा पर्यटक आने से इससे जुड़े लोगों को काम पटरी पर आ सकेगा.

शिमला: कोरोना काल में अनलॉक में प्रदेश की सीमाएं खुल गई हैं. इसके चलते महीनों से घरों में कैद लोग अब घूमने निकल रहे हैं. शिमला से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नारकंडा में भी पर्यटक वीकेंड पर काफी संख्या में पहुंच रहे हैं, जिससे बंद पड़े होटल और पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को फायदा हो रहा है.

वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या बढ़ी

नारकंडा अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है. पर्यटन के हिसाब से देखा जाए तो यह शिमला के पास सबसे अच्छा डेस्टिनेशन है. शिमला आने वाले पर्यटक खासकर वीकेंड पर यहां का रूख कर रहे हैं. ज्यादातर पर्यटक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली से यहां की वादियों का लुत्फ उठाने के लिए पहुंच रहे हैं.

सर्दियों में होती है स्कीइंग

कोरोना वायरस के चलते इस साल पर्यटन कारोबार पूरी तरह से बंद रहा. ऐसे में अब प्रदेश में पर्यटकों का आना इससे जुड़े लोगों के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है. नारकंडा समुद्र तल से 2,700 मीटर की ऊंचाई पर बसा है, जिसके चारों ओर पहाड़ और हरियाली है. सर्दी के मौसम में यहां पर स्कीइंग की जाती है. इसलिए भी नारकंडा सालों भर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है.

कोरोना से बचाव को लेकर गाइडलाइन का पालन

कोरोना के चलते मजदूर, टैक्सी ड्राइवर, होम स्टे, टूरिस्ट गाइड और छोटे होटलों पर कोरोना की मार पड़ी. इससे सभी का काम प्रभावित हुआ था. वहीं, अब आने वाले दो महीनों में पर्यटन कारोबार में तेजी आएगी, लेकिन इस दौरान कोरोना से बचाव को लेकर जारी गाइडलाइन का पर्यटकों और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को पालन करना होगा, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और होटल इंडस्ट्री भी पटरी पर वापिस आ सके.

HPTDC के होटलों में 40 फीसदी छूट

छह माह से ठप पड़े होटल कारोबार को पटरी पर लाने के लिए राज्य पर्यटन विकास निगम ने अपने होटलों में कमरों की बुकिंग पर 40 फीसदी छूट दे रहा है. प्रदेश में इतनी छूट इससे पहले कभी नहीं दी गई है. इसके मिलने से लोकल पर्यटक भी होटलों में रूक सकेंगे.

घूमने के लिए आसपास हैं कई जगहें

नारकंडा में पहुंचे पर्यटक का कहना है कि नारकंडा का मौसम काफी अच्छा है. यहां उन्हें ताजा फलों को खाने का मौका भी मिला. नारकंडा के आसपास बहुत सी जगहें हैं जैसे कि हाटू मंदिर और ट्रैक पर भी लोग जा सकते है. उन्होंने कहा कि लोग वीकेंड के अलावा भी यहां पर आ सकते हैं. कोरोना के चलते जैसे अभी वर्क फ्रॉम होम चल रहा है. ऐसे में लोग शांति में समय बिताने के लिए यहां होम स्टे में रहकर भी ऑफिस का काम कर सकते हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें कोरोना को लेकर सावधानी भी बरतनी होगी. इससे यहां का स्थानीय कारोबार भी बढ़ेगा.

मौसम को देखते हुए पर्यटक इन दिनों नारकंडा को पसंद कर रहे हैं. इससे कोरोना की मार झेल रहे पर्यटन कारोबार को भी पंख लगने की उम्मीद जगी है. यहां आसपास भी घूमने के लिए बहुत सी जगहें हैं, जहां का पर्यटक लुत्फ उटा सकते हैं. वहीं, ज्यादा पर्यटक आने से इससे जुड़े लोगों को काम पटरी पर आ सकेगा.

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