पांवटा साहिबः हिमाचल प्रदेश में करोना के साथ-साथ लोगों को भूख का डर भी सता रहा है. प्रदेश में बाहरी राज्यों से काम की तलाश में आए मजदूर वर्ग के लोगों का काम पूरी तरह से ठप पड़ गया है. जिसके चलते कई मजदूर अपने ठेकेदारों व कंपनी की लापरवाही के चलते सैकड़ों किलोमीटर दूर पैदल चल अपने घर की ओर निकल चुके हैं.
पांवटा के माजरा में पैदल घर जा रहे मजदूरों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह शिमला के ठियोग क्षेत्र में कार्य करते थे और ठेकेदार व प्रशासन की अनदेखी के चलते उन्हें ना तो वहां पर खाना मिल रहा था ना ही उनकी कोई सुध ले रहा था, जिसके चलते उन्होंने वहां से पलायन करने का मन बनाया और पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े.
वहीं, दूसरी ओर कुमारहट्टी में नेशनल हाईवे का कार्य जोरों पर चला हुआ था. जिससे कर्फ्यू के चलते कार्य बंद कर दिया गया और वहां पर रह रहे मजदूरों को भी खाना नसीब नहीं हो पा रहा. जिसके चलते उन्होंने भी वहां से पैदल चलने का ही निर्णय किया.
ऐसे में इन प्रवासी मजदूरों ने सरकार से इस विकट परिस्थिती में घर तक पहुंचाने की व्यव्स्था की गुहार लगाई है. फिलहाल इन प्रवासी मदजूरों के लिए कोरोना से ज्यादा एक वक्त का खाना न मिलने की समस्या बनी हुई है.