शिमलाः जम्मू कश्मीर से 370 खत्म करने के बाद हिमाचल में धारा 118 छूट देने की मांग उठ रही है. इसी कड़ी में पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह बादल ने 118 में छूट की वकालत की. बादल के इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कड़ा ऐतराज जताया है.
राठौर ने कहा है कि बादल का यह बयान उनकी भाजपा के साथ कोई अंदरूनी सांठ-गांठ का एक राजनीतिक हिस्सा हो सकता है, क्योंकि अकाली दल पंजाब में भाजपा का एक प्रमुख सहयोगी दल है और केंद्र में भी सहयोगी है.
राठौर ने कहा कि हिमाचल की तुलना जम्मू कश्मीर में 370 के साथ कभी नहीं की जा सकती. प्रदेश में धारा 118 को प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार ने लोगों की भावनाओं को देख व सुन कर लागू किया था.
उन्होंने कहा कि यहां सीमित जमीन होने की वजह से धारा 118 में प्रदेश के लोगों के हित सुरक्षित किए गए थे. यही वजह है कि आज हिमाचल सुरक्षित है. प्रदेश का पर्यावरण भी हरे भरे जंगलों की वजह से साफ-सुथरा है, यदि प्रदेश में बाहरी लोगों को जमीनें खरीदने की छूट मिलती है तो प्रदेश को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है.
राठौर ने कहा है कि देश के विकास में प्रदेश का बहुत बड़ा योगदान है. प्रदेश के विस्थापित आज दिन तक स्थाई तौर पर पुनर्स्थापित नहीं हो सके है. देश की सुरक्षा में प्रदेश के हजारों लोग आज भी सेना में सरहदों में डटे हैं.
राठौर ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह किसी भी प्रकार से प्रदेश की जर-जमीन को बेचने का प्रयास न करें. कांग्रेस 118 में किसी भी प्रकार के छेड़छाड़ के खिलाफ है.
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