शिमला/कोलकाता. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की रहने वाली बेटी राखी दत्ता ने देशभर में एक मिसाल पेश की है. राखी दत्ता ने अपने लीवर का 65 फीसदी हिस्सा अपने पिता को दान कर दिया है. जिसके बाद वो पूरे देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं.
बता दें, राखी दत्ता के पिता लीवर की गंभीर बीमारी से जुझ रहे थे. ऐसे में राखी ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने लीवर का 65 फीसदी हिस्सा अपने पिता को दान में दे दिया. राखी ने भविष्य में किसी भी प्रकार का डर और दर्द को किनारे करते हुए यह सराहनीय काम किया.
हालांकि, एक बेटी का प्यार अपने पिता के लिए बहुत ही खास होता है. राखी के इस काम से पूरे देश में खूब तारीफ हो रही है. राखी कोलकाता की रहने वाली हैं. व्यवसायी हर्ष गोयनका ने ट्विटर पर बेटी और पिता की तस्वीर शेयर की है. देश में एक तरफ जहां बेटी को अनुपयोगी मानते हैं. बेटी को जन्म लेने से पहले ही कोख में मार देते हैं. बेटी नहीं बेटा चाहिए. अगर किसी महिला को दो चार बेटी हो गईं तो उसे अभागिनी कहा जाता है.
वहीं इस समाज के लिए राखी दत्ता एक नसीहत हैं. जो लोग बेटी को बेकार समझते हैं उसके लिए यह करारा जवाब है. बेटी बेकार नहीं अनमोल होती है. आज के इस दौड़ में बेटी किसी भी काम में बेटे से कम नहीं है. बेटी को सम्मान करना चाहिए. बेटी पैदा होना कलंक नहीं गौरव है. हर्ष गोयनका ने जो तस्वीर शेयर की है उसको अबतक 30 हजार से ज्यादा लोगों ने पसंद किया है. अबतक लगभग 8 हजार लोगों ने शेयर किया है. बहुत सारे यूजर इसको पढ़ने के बाद भावुक हो रहे हैं और प्रतिक्रिया दे रहे हैं. उन्हें जल्द ही स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.