ETV Bharat / state

चुनाव प्रचार के दौरान BJP में हाशिए पर दिखे धूमल,  जयराम को बड़ा नेता बनाने की मुहिम

सातवें चरण का लोकसभा चुनाव प्रचार खत्म. जयराम ठाकुर उभरे हाशिए पर दिखे प्रेम कुमार धूमल.

author img

By

Published : May 18, 2019, 3:27 PM IST

जयराम ठाकुर और प्रेम कुमार धूमल

शिमला. लोकसभा चुनाव में हार जीत चाहे किसी की भी हो, लेकिन इस चुनाव में बीजेपी ने सीएम जयराम का कद बड़ा कर दिया है. सीएम ने भरमौर से लेकर सिरमौर तक किन्नौर से लेकर कांगड़ा तक पार्टी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार के दौरान 106 जनसभाएं की हैं.

संगठन मंत्री रामलाल और संघ के स्वयंसेवकों ने प्रचार का तानाबाना इस तरह से बुना कि प्रदेश के 2-2 बार मुख्यमंत्री रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल को हाशिए पर धकेल दिया गया. शांता कुमार ने फिर भी अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर छिटपुट चुनाव प्रचार किया, लेकिन पूर्व सीएम धूमल को हमीरपुर संसदीय हल्के तक बांध दिया गया.
चुनाव आचार संहिता लागू होने से प्रचार थमने तक बीजेपी की कैंपेन पर नजर डालें तो चारों लोकसभा सीटों में केवल जयराम ठाकुर ही उड़ान भरते और जनसभाओं को संबोधित करते दिखे. वहीं, पूर्व सीएम शांता कुमार उनके सहयोगी के तौर पर केवल कुछ जगहों पर ही नजर आए.

पढेंः अनुराग ठाकुर ने मनमोहन सिंह को कहा मौनी बाबा, रामलाल पर भी कसा तंज

दिलचस्प बात है कि डेढ़ साल पहले हुए विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारक और पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल केवल हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ही सिमट कर रह गए. 2014 के लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का जलवा खूब चला था. मोदी लहर के साथ-साथ सूबे में धूमल ने ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं थीं और प्रदेश में भाजपा ने चारों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी.

बता दें कि शुक्रवार शाम को 17वीं लोकसभा के सातवें व आखिरी चरण का चुनाव प्रचार थम गया है. 7वें चरण में आठ राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर19 मई को मतदान होना है. आखिर में सेहरा किसके माथे सजेगा इसका पता 23 मई को चलेगा, लेकिन 2 महीने से अधिक चले चुनाव प्रचार में इस बार कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला. प्रचार का जिम्मा खुद सीएम जयराम ठाकुर ने संभाला. चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश में जगह-जगह सीएम ने जनसभाएं संबोधित कीं. यहां तक हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में हुई बड़ी जनसभाओं में धूमल की उपस्थिति में मुख्यवक्ता जयराम ठाकुर ही रहे.

शिमला. लोकसभा चुनाव में हार जीत चाहे किसी की भी हो, लेकिन इस चुनाव में बीजेपी ने सीएम जयराम का कद बड़ा कर दिया है. सीएम ने भरमौर से लेकर सिरमौर तक किन्नौर से लेकर कांगड़ा तक पार्टी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार के दौरान 106 जनसभाएं की हैं.

संगठन मंत्री रामलाल और संघ के स्वयंसेवकों ने प्रचार का तानाबाना इस तरह से बुना कि प्रदेश के 2-2 बार मुख्यमंत्री रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल को हाशिए पर धकेल दिया गया. शांता कुमार ने फिर भी अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर छिटपुट चुनाव प्रचार किया, लेकिन पूर्व सीएम धूमल को हमीरपुर संसदीय हल्के तक बांध दिया गया.
चुनाव आचार संहिता लागू होने से प्रचार थमने तक बीजेपी की कैंपेन पर नजर डालें तो चारों लोकसभा सीटों में केवल जयराम ठाकुर ही उड़ान भरते और जनसभाओं को संबोधित करते दिखे. वहीं, पूर्व सीएम शांता कुमार उनके सहयोगी के तौर पर केवल कुछ जगहों पर ही नजर आए.

पढेंः अनुराग ठाकुर ने मनमोहन सिंह को कहा मौनी बाबा, रामलाल पर भी कसा तंज

दिलचस्प बात है कि डेढ़ साल पहले हुए विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारक और पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल केवल हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ही सिमट कर रह गए. 2014 के लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का जलवा खूब चला था. मोदी लहर के साथ-साथ सूबे में धूमल ने ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं थीं और प्रदेश में भाजपा ने चारों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी.

बता दें कि शुक्रवार शाम को 17वीं लोकसभा के सातवें व आखिरी चरण का चुनाव प्रचार थम गया है. 7वें चरण में आठ राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर19 मई को मतदान होना है. आखिर में सेहरा किसके माथे सजेगा इसका पता 23 मई को चलेगा, लेकिन 2 महीने से अधिक चले चुनाव प्रचार में इस बार कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला. प्रचार का जिम्मा खुद सीएम जयराम ठाकुर ने संभाला. चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश में जगह-जगह सीएम ने जनसभाएं संबोधित कीं. यहां तक हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में हुई बड़ी जनसभाओं में धूमल की उपस्थिति में मुख्यवक्ता जयराम ठाकुर ही रहे.

Intro:लोकसभा चुनाव प्रचार खत्म, भाजपा में जयराम को बड़ा नेता बनाने की मुहिम, हाशिए पर दिखे धूमल

शिमला. लोकसभा चुनाव में हार जीत चाहे किसी की भी हो लेकिन इन चुनावों में पार्टी जयराम का कद बडा कर गई है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भरमौर से लेकर सिरमौर तक किन्नौर से लेकर कांगड़ा तक पार्टी पार्टी प्रत्याशियों के लिए 106 जनसभाएं कर सबसे ज्यादा पसीना बहाया। संघठन मंत्री रामलाल और संघ के स्वमवसेवकों ने प्रचार का तानाबाना इस तरह से बुना कि 2-2 बार मुख्यमंत्री रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल हाशिये पर धकेल दिए गए। शांता कुमार तो फिर भी अपने संसदीय हल्के से बाहर छिटपुट गए भी लेकिन धूमल को तो पूरी तरह से हमीरपुर संसदीय हल्के तक बांध दिया गया। समझा जाता है कि ऐसा मुख्यमंत्री जय राम का कद काम ना रह जाये इस एक रणनीति के तहत किया गया है।





Body:चुनाव आचार सहिंता लागू होने से प्रचार थमने तक भाजपा की कैंपेन पर नज़र डालें तो चारों लोकसभा क्षेत्रों में केवल जयराम ठाकुर ही उडान भरते और जनसभाओं को संबोधित करते दिखे. जबकी पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार उनके सहयोगी के तौर पर कभी-कभी नज़र आते रहे.

लेकिन दिलचस्प बातो ये है कि डेढ साल पहले हुए विधानसभा चुनावों के स्टार प्रचारक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल केवल हमीरपुर संसदीय में ही सिमट कर रह गए. 2014 के लोकसभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का जलवा खूब चला था. मोदी लहर के साथ-साथ सूबे में धूमल ने ताबड़तोड़ जनसभाएं की थी. और सूबे में कांग्रेस सरकार होते हुए भी चारों सीटों पर भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई थी.




Conclusion:17वीं लोकसभा के 7वें चरण का चुनाव प्रचार भी आज थम गया. आखिरी और 7वें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान 19 मई को होंगा. आखिर सेहरा किसके माथे पर सजेगा?  इसका पता तो 23 मई को चल पाएगा. लेकिन 2 महीने से अधिक लंबे चले चुनाव प्रचार अभियान के तहत हिमाचल में इस बार नज़ारा कुछ और ही था. प्रचार का जिम्मा खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने संभाला, जगह-जगह जनसभाएं की यहां तक कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में हुई बड़ी जनसभाओं में भी धूमल की उपस्थिति में मुख्यवक्ता जयराम ठाकुर ही रहे.       
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.