शिमला: हिमाचल प्रदेश में कॉलेज प्रोफेसर को भी अब समय पर कॉलेज आना होगा और समय पर ही कॉलेज से वापस जा सकते हैं. कॉलेज प्रोफेसर अब मनमानी नहीं कर सकेंगे. इसके लिए शिक्षा निदेशालय ने कदम उठाए हैं. कॉलेज शिक्षकों के लिए भी बायोमेट्रिक मशीन पर हाजिरी लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी डिग्री और संस्कृत कॉलेजों के प्रिंसिपलों को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं.
वहीं, दो दिन के भीतर खराब पड़ी मशीनों को दुरुस्त करवाने के लिए कहा गया है. हिमाचल हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद शिक्षा विभाग ने हरकत में आते हुए बंद पड़ी बायोमेट्रिक मशीनों को ठीक करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बीते सप्ताह स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी बायोमेट्रिक मशीनों से सुनिश्चित करवाने के बाद अब कॉलेजों में भी इसे शुरू करने को कहा है. (biometric attendance for college Professor)
सभी कॉलेज प्रिंसिपलों से इस बाबत रिपोर्ट भी निदेशालय भेजने को कहा गया है. उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से इस रिपोर्ट को प्रदेश हाईकोर्ट के समक्ष रखा जाएगा. कोरोना संकट के चलते शिक्षा विभाग ने मार्च 2020 में बायोमेट्रिक मशीनों से हाजिरी लगाना बंद कर दिया था. हालात सामान्य होने के बाद भी इसको लेकर अनदेखी ही जारी रही. (college teachers biometric attendance) (biometric attendance himachal)
अब हाई कोर्ट में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के देरी से पहुंचने के मामले में हुई फजीहत के बाद बायोमेट्रिक मशीनों पर दोबारा हाजिरी को शुरू किया जा रहा है. गौरतलब है कि वर्तमान में कॉलेज में शिक्षक परिवार समय पर नहीं आते थे और समय से पहले ही कॉलेज से चले जाते थे इससे स्टूडेंट्स की पढ़ाई भी प्रभावित होती थी, लेकिन अब कॉलेज शिक्षक समय पर कॉलेज आएंगे और निर्धारित समय पर ही कॉलेज व ऑफिस से जा सकेंगे.
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