शिमला: पूरा देश आज 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. शिमला के रिज मैदान पर जिला स्तरीय स्वतंत्रता समारोह आयोजित किया गया. इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने परेड की सलामी ली और ध्वजारोहण किया. कोरोना संकट के बीच समारोह स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए प्रबंध किया गया था. सीमित संख्या में ही अतिथियों और दर्शकों की व्यवस्था थी. मार्च पास परेड में केवल 4 टुकड़ियों ने भाग लिया. जिनमें 2 टुकड़ियां पुलिस और 2 होमगार्ड की थी.
इस अवसर पर महेंद्र सिंह ठाकुर ने स्वतंत्रता सेनानियों और देश की आजादी के लिए कुर्बान महान सपूतों को नमन किया. महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि देश की आजादी और भारत माता की रक्षा में कुर्बान हुए वीरों ने त्याग व समर्पण की भावना से इस देश को आजाद करवाया है. हमें इन वीरों की कुर्बानियों को हमेशा याद रखना चाहिए.
महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सेना में जाने के लिए इच्छुक नौजवानों के लिए फ्री कोचिंग सैनिक अकादमी शुरू की है, इस अकादमी में लड़कों के साथ लड़कियों के लिए भी स्थान रखा गया है ताकि प्रदेश की बेटियां भी सेना में अधिकारी बन अपनी सेवाएं दे सकें.
उन्होंने कहा कि देश के गौरव को बढ़ाने और विकास के क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए भारतीय सेनाओं को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है.महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जा रहे इस कार्य की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है.
रिज मैदान से संबोधित करते हुए बागवानी मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ढाई साल के कार्यकाल के दौरान विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं. उन्होंने कहा कि शिमला शहर और आसपास के क्षेत्रों में पिछले दिनों पानी की समस्या को खत्म किया गया और आज उपयुक्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि शिमला को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए विश्व बैंक द्वारा घोषित योजना के शुरू होने से शहर में 24 घंटे पानी की सप्लाई उपलब्ध करवाई जाएगी.
सिंचाई मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत लक्ष्य को पूरा करते हुए लाहौल स्पीति जिला को हर घर नल से कवर कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा देने और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत प्रथम चरण में वन परियोजनाओं के लिए सवा सौ करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इसी तरह 367 करोड़ खर्च कर प्रदेश की 14 अन्य योजनाओं का निर्माण किया जाएगा.
महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जल जीवन मिशन के तहत 4500 करोड़ रुपये की पेयजल योजना केंद्र सरकार को स्वीकृति हेतु भेजी थी, जिसके प्रथम चरण में 1700 करोड़ रुपये पूरे प्रदेश में खर्च किए गए हैं. इसके माध्यम से पेयजल की समस्या को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
महेंद्र सिंह ने कहा कि बागवानी क्षेत्र में 11 कंपनियों के माध्यम से हेलमेट सस्ते दामों पर बागवानों को घर द्वार पर उपलब्ध करवाई जा रही है. इससे पहले बागवानों को महंगे दामों पर सीमित उद्योगपतियों से ही हेलमेट खरीदनी पड़ती थी, जिससे बागवानों को भारी आर्थिक नुकसान होता था, लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार ने इस प्रक्रिया को सरल बनाते हुए ओपन टेंडरिंग की माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए हैं. जिससे 11 लोगों ने हेलमेट उपलब्ध करवाने की इच्छा जताई. प्रदेश सरकार के इस कदम से खासकर सेब बागवानों को आर्थिक लाभ पहुंचा है.
महेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्व विभाग में सुधारीकरण की प्रक्रिया जारी है. हजारों ऐसे परिवार जिनके पास घर बनाने के लिए जमीन नहीं है, उन्हें शहरी क्षेत्रों में 2 बिस्वा और ग्रामीण क्षेत्रों में 3 बिस्वा जमीन देने पर विचार किया जा रहा है. महेंद्र सिंह ने कहा कि धारा 118 को पारदर्शिता प्रदान करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण देश के साथ-साथ प्रदेश स्तर पर भी मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशानुसार सभी सरकारी कार्यक्रम सीमित किए गए हैं और सामाजिक दूरी का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
रिज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान महेंद्र सिंह ठाकुर ने नशा मुक्त भारत अभियान की जिला में शुरुआत की. नशा मुक्ति अभियान के तहत नशा मुक्ति वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. यह वाहन विभिन्न क्षेत्रों में जाकर नशा मुक्ति बारे जागरूक करने के साथ-साथ पत्र वितरण करेगा.
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